मैं पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता हूं यदि कांग्रेसी प्रवक्ता के पास कोई प्रमाण हो तो पेश करें-नरेन्द्र ठाकुर
सिवनी। गोंडवाना समय।
छपास रोग से ग्रसित कांग्रेस के नवनियुक्त प्रवक्ता अपनी बेवजह की विज्ञप्तियों में अपने नकारेपन को तो जाहिर कर ही रहे हैं बल्कि जनहित के मुद्दों पर कांग्रेस की नकारात्मक प्रतिक्रिया और सोच को भी प्रमाणित कर रहे हैं । इस आशय की बात भाजपा नगर अध्यक्ष नरेंद्र ठाकुर द्वारा आरोप लगाते हुये कहा कि भाजपा के प्रतिनिधिमंडल की जिले की जनहित से जुड़ी विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर से भेंट को विवाद का विषय बनाने वाले कांग्रेस प्रवक्ता यह बताएं कि वे पार्टी के प्रवक्ता हैं या जिला प्रशासन के, क्योंकि भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने जो समस्याएं जिला कलेक्टर के सामने रखी थी उस पर प्रतिक्रिया जिला प्रशासन को देना है ना कि कांग्रेस प्रवक्ता को और ना ही जिला प्रशासन ने अपने समक्ष आये मुद्दों पर प्रतिक्रिया देने के लिए कांग्रेस प्रवक्ता को नियुक्त किया है ।
सकारात्मक राजनीति के निर्देश को कटघरे में खड़ा कर रहे कांग्रेस प्रवक्ता
आगे भाजपा नगर अध्यक्ष नरेन्द्र ठाकुर ने कहा कि एक तरफ तो कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजकुमार खुराना कहते हैं कि जिले के राजनीतिक दलों को सकारात्मक राजनीति करना चाहिए और जनहित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की जानी चाहिए लेकिन अपने ही जिला अध्यक्ष के विचारों को उनके प्रवक्ता ठेंगा दिखा रहे हैं। जिला भाजपा ने तो जिला कलेक्टर के समक्ष जनहित के मुद्दों को रखा था और ना ही अपनी विज्ञप्ति में कांग्रेस पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उन समस्याओं को लेकर दोषारोपण किया था। फिर भी कांग्रेस प्रवक्ता उछल कूद मचा कर खुद को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं।
विकास कार्यों में रोड़ा अटकाने वाले बांट रहे हैं ज्ञान
आगे नरेन्द्र ठाकुर ने कहा कि पिछले 15 वर्षों से प्रदेश में भाजपा की सरकार थी लेकिन फिर भी भाजपा संगठन और भाजपा के जनप्रतिनिधि अनेको समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टरों से भेंट करते रहे हैं लेकिन कभी भी किसी कांग्रेस के प्रवक्ता ने इस पर ना तो सवाल उठाया ना ही यह कहा कि भाजपा की सरकार होने के बाद भी भाजपा के जनप्रतिनिधि जिला कलेक्टर के समक्ष अपनी क्यों मांग रख रहे हैं क्योंकि कांग्रेस के प्रवक्ता जानते हैं कि अधिकतर स्थानीय समस्याओं और गैर राजनीतिक मुद्दों को हल करने में जिला प्रशासन सक्षम और अधिकार संपन्न है। ऐसी परिस्थिति में छपास रोगी प्रवक्ता अपने वरिष्ठ प्रवक्ताओं से सलाह ले लेते तो उन्हें यह जग हंसाई नहीं करानी पड़ती। आगे नरेन्द्र ठाकुर ने कहा कि कांग्रेसी प्रवक्ता को छपास की ऐसी आदत पड़ी है कि इन्हें रद्दी में पड़ा कोई कागज मिल जाता है तो उसमें भी भाजपा को जोड़कर उल जलूल बयान देने लगते हैं । इसी कड़ी में पिछले दिनों एक फर्जी कागज को आधार बनाकर भाजपा के वरिष्ठ और केंद्रीय नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने का प्रयास किया जाने लगा । जबकि इसी फर्जी कागज पर आरोप लगाने वाले इनके केंद्रीय नेता इनकम टैक्स जांच दल द्वारा प्रमाण मांगे जाने पर भाग खड़े हुए थे लेकिन सिवनी के ये विज्ञप्ति वीर भद पिटवा कर भद्दूलाल बनने पर उतारू हैं। आगे नरेन्द्र ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के ये नेता जो अपने कार्यकाल के दौरान विकास कार्यों मे रोडा डालने के लिए कुख्यात थे आज वह जनहित से जुड़ी समस्याओं पर ज्ञान बांट रहे हैं। इन्हें ना तो एमआर वन रोड क्या है इसके बारे में पता है और ना ही यह पता है कि जिला कलेक्टर के समक्ष रखी गई समस्याओं को हल करने में जिला प्रशासन नगरपालिका से ज्यादा अधिकार संपन्न है।
खुद की संभल नहीं रही भाजपा के बन रहे पंच
आगे नरेन्द्र ठाकुर ने कहा कि जिला कलेक्टर से भेंट करने गए प्रतिनिधिमंडल में कौन शामिल रहेगा, कौन नहीं यह भाजपा का अंदरूनी मामला है । इसमें कांग्रेसी प्रवक्ता जबरन पंच बनने की कोशिश ना करें। जहां तक मेरी बात है मैं पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता हूं। मेरे द्वारा शिकायत की जाने की बात का दुष्प्रचार करने वाले कांग्रेसी प्रवक्ता के पास इसका कोई प्रमाण हो तो पेश करें अन्यथा यही समझा जायेगा कि ऐसी फर्जी विज्ञप्ति जारी करके वे खुद तो जलील होते ही हैं । अपनी पार्टी को भी जहालत की भट्टी में झोंकने में कसर नहीं छोड़ते।