पानी पी-पी कर कोश रहे साक्षर भारत मिशन के संविदा प्रेरक
मण्डला। गोंडवाना समय।सेवा बहाली के साथ नियमितीकरण की राह ताक रहे साक्षर भारत मिशन के संविदा प्रेरक भाजपा और कांग्रेस को इस समय पानी पी-पी कर कोश रहे हैं। भाजपा की केन्द्र सरकार में साक्षर भारत मिशन की योजना बंद करके संविदा प्रेरकों को लगभग एक साल से बेरोजगारी का दंश झेलने के लिए मजबूर कर दिया है वहीं दूसरी तरफ झूठे वादे कर मप्र में सत्ता हासिल करने वाली कांग्रेस की सरकार भी संविदा प्रेरकों के नियमितीकरण करने में कोई विशेष रूचि नही ले रही है। संभवत: 9 मार्च के आस-पास लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो जाएगी। ऐसी स्थिति में प्रेरकों की नियमितिकरण का आदेश कब जारी होगा। काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। प्रेरक इसी बात से बेहद नराज होते जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार यदि प्रेरकों का नियमितीकरण नही हुआ और लोकसभा चुनाव के पूर्व आदेश जारी नही हुए तो प्रेरक खासकर मप्र में कांग्रेस को चूना लगाने के लिए पूरा प्रयास करेंगे। जानकारों की माने तो ग्रामीण क्षेत्रों में पब्लिक के बीच प्रेरकों की अच्छी पकड़ है। यदि मप्र की कांग्रेस सरकार आदेश जारी करने में लेट-लतीफी करती है तो प्रेरक लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन नही करेंगे और काफी हद तक चुनाव में मतों को प्रभावित करने पूरा जोर लगा देंगे। प्रेरकों का मानना है कि लोकसभा चुनाव के पूर्व नियमितीकरण के आदेश जारी हो गए तो ठीक नही तो बाद में कोई उम्मीद नही है। प्रेरक इस समय सोशल मीडिया, प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बेहद सक्रिय हो गए हैं। भोपाल से लेकर दिल्ली तक अपनी आवाज बुलंद कर रहें हैं। केन्द्र व मप्र की सरकार को लगातार मांग पत्र व ज्ञापन सौंप रहे हैं लेकिन इनकी मांगो पर ध्यान नही दिया जा रहा है। इन्होंने मांग की है कि आचार संहिता के लगने के पहले नियमितीकरण के आदेश किए जाए।
