गोल्हानी ट्रेवल्स की बस से शराब का जखीरा जब्त
घंसौर। गोंडवाना समय।
लोकसभा चुनाव के चलते वाहनों की चैकिंग में जुटी हुई एसएसटी और एफएसटी की टीम को गोल्हानी ट्रेवल्स की यात्री बस में शराब का जखीरा हाथ लगा है। गोल्हानी ट्रेवल्स की बस धूमा से मंडला की ओर जा रही थी। बस में पकड़ी गई अवैध शराब घंसौर स्थित दुकान से ले जाई जा रही थी। घटना के बाद प्रकरण एसएसटी और एफएसटी की टीम ने घंसौर पुलिस को प्रकरण सौंप दिया है। जहां पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। वहीं बस को चालान काटकर छोड़ दिया गया है।
पंचवटी काफी हाउस के पास चैकिंग के दौरान पकड़ाई बस-
मिली जानकारी अनुसार बुधवार को घंसौर के पंचवटी काफी हाउस के पास एसएसटी 11 एफएसटी 12/24 की टीम वाहनों की सघन जांच-पड़ताल कर रही थी ताकि कोई अवैध रूप से पैसा, हथियार,शराब,विस्फोटक सामग्री न लेकर जाए। इसी दौरान जब धूमा से मंडला की ओर जा रही गोल्हानी ट्रेवल्स की यात्री बस क्रमांक एमपी 20 पीए 0179 को रोका तो सवारियों से खचाखच भरी बस अंदर के अंदर प्लास्टिक से ढका हुआ एक बैग दिखाई दिया। खोलकर देखा तो शराब का जखीरा नजर आया। जांच के दौरान सफेद के पाव 50और लाल के 50 पाव शराब बरामद हुई। भारी मात्रा में यह शराब थाना किंदरई के ग्राम कुसमी निवासी दिनेश उइके तकरीबन सुबह दस बजे घंसौर नाका से बस में रखकर ले जा रहा था। जिसे जांच टीम ने घंसौर से कुछ ही दूरी पर पंचवटी कॉफी हाउस के पास चेकिंग के दौरान जब्त कर लिया। जांच टीम ने शराब बरामद कर पंचनामा बनाकर पुलिस को सौंप दिया है। जांच टीम में राजेंद्र मर्सकोले ,राजेंद्र नरे ,अनिल श्रृंगी ,राजवीर यादव, तुलाराम उइके आदि सम्मिलित थे।
... तो मंजिल तक पहुंच जाती अवैध शराब-
सूत्र बताते हैं कि घंसौर क्षेत्र के गांव-गांव में पुलिस की मेहरबानी से अवैध शराब पहुंच रही है। दिनेश उइके पिछले कई दिनों से घंसौर क्षेत्र की दुकान से बस चालक,परिचालक व पुलिस की सेटिंग से शराब अक्सर लाना ले जाना करता था। अगर एएसटी और एफएसटी की टीम बारिकी से गोल्हानी बस में चढ़कर चैकिंग नहीं करती तो शायद अवैध शराब अपनी मंजिल तक पहुंच जाती। घंसौर से अवैध शराब घंसौर व किंदरई थाना से गुजर कर मंडला तक पहुंच रही है। जिससे दोनों थाने की पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है। सबसे खास बात तो यह है कि नर्मदा के किनारे बसे मंडला में शराब प्रतिबंधित है मगर घंसौर शराब ठेकेदार घंसौर दुकान से ज्यादा शराब मंडला ले जाकर बेरोकटोक बेच रहा है और मंडला आबकारी व पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। सूत्र बताते हैं कि ठेकेदार मोटा लिफाफा घंसौर,किंदरई पुलिस को हर माह भेज दिया करता है। जिससे इस अवैध कार्य में ठेकेदार व अधिकारी तो मालामाल हो रहे हैं मगर ग्रामीण अंचल में रह रहे भोले भाले लोग नशे की लत में पढ़ कर बर्बाद हो रहे हैं और साथ में उनका परिवार भी बर्बाद हो रहा है। गांव में लड़ाई झगड़ा व चोरी की वारदातें भी बढ़ रही है।
