भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही थी गोलिया में मनरेगा की पुलिया
एई की जांच में पाई गई आठ गड़बड़ियां
सिवनी। गोंडवाना समय।
घंसौर जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत गोलिया में बनाई जा रही मनरेगा योजना की पुलिया भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही थी। गोंडवाना समय की खबर के और सीएम हेल्पलाइन में की गई शिकायत के बाद जांच करने पहुंचे घंसौर जनपद के एई राजूल नामदेव ने कई खामियां पाई है। 8 मई को मौके पर जाकर निरीक्षण एवं जांच करके ग्राम पंचायत गोलिया को पुलिया तोड़कर उपयंत्री के तकनीकी मार्ग दर्शन में पुलिया बनाने के आदेश 9 मई को जारी किए हैं।
फरवरी माह में स्वीकृत हुई थी पुलिया-
गोलिया पंचायत में पुलिया की स्वीकृति 23 फरवरी 2019 को हुई थी जिसका तकनीकी स्वीकृति नंबर 636 और प्रशासकीय स्वीकृति क्रमांक 69 है जो 24 फरवरी को दी गई थी। स्वीकृति मिलने के बाद ग्राम पंचायत गोलिया कहानी गांव के गिरधारी गोल्हानी के माध्यम से घटिया और तकनीकी मार्गदर्शन के बिना चोरी-छिपे निर्माण कार्य कराया जा रहा था। खबर प्रकाशन के बाद एई ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उसकी जांच कर घटिया निर्माण का खुलासा कर दिया।
ये पाई गई गड़बड़ी-
पर्याप्त कक्रीट क्यूब की व्यवस्था नहीं की गई है। फेसबाल में फाउंडेशन नहीं बनाया गया है। पुलिया के पाइप का एलाइमेंट गलत है। पुलिया के नीचे 20 सीएमम का बेस नहीं दिया गया है। पुलिया के नीचे बिटुमिन शीट नहीं बिछाई गई है। पुलिया निर्माण में बिना अनुमति लिए क्रेशर स्टोन डस्ट का प्रयोग किया गया है। पुलिया में सूचना बोर्ड नहीं लगाया गया है। पुलिया का निर्माण बिना तकनीकी अधिकारियों को सूचित किए चुनाव के दौरान किया गा है। जो कि लापरवाही करने की मानसिकता को दर्शा रहा है।