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ढाई-ढाई हजार की पगार पर टीचर रखकर गायब शिक्षकों पर गिरी निलंबन की गाज

ढाई-ढाई हजार की पगार पर टीचर रखकर गायब शिक्षकों पर गिरी निलंबन की गाज


सिवनी। गोंडवाना समय। 
भोमा क्षेत्र के जोरावारी प्राथमिक शाला स्कूल के दो शिक्षकों को गोंडवाना समय की प्रकाशित खबर और डीपीसी के प्रतिवेदन के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर दिया है। शिक्षकों का कृत्य यह था कि प्राइवेट स्तर से दो शिक्षित महिलाओं को ढाई-ढाई हजार रूपए की पगार में रखकर स्कूल से गायब थे। जब इस मामले को लेकर गोंडवाना समय ने 31 जुलाई को खबर प्रकाशित कर जिला शिक्षा विभाग एवं प्रशासन के संज्ञान में लाया तो विभाग में हंड़कंप मच गई और गंभीरता से लेते हुए दोनों शिक्षकों को गत दिवस निलंबित कर दिया है।
गौरतलब है कि जोरावारी प्रायमरी स्कूल के शिक्षक नीकेश माहोरे व फागूलाल बरकड़े ने  गांव की युवती पूजा हनवत और महिला सोनिया रजक को बच्चों के शिक्षण कार्य के लिए निजी तौर पर स्कूल में रख लिया था। इन्हें  अध्यापन कार्य के एवज में शिक्षक नीकेश माहोरे व फागूलाल बरकड़े द्वारा प्रतिमाह अपनी जेब से 2500-2500 रुपए दिए जा रहे थे। इस मामले की खबर को 31 जुलाई की अंक में गोंडवाना समय ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।

निरीक्षण में पाए गए थे गैरहाजिर-

 ग्रामीणों ने बताया कि दोनों शिक्षकों के स्कूल से गायब रहने की शिकायत पर 23 जुलाई को जनशिक्षक सहित एक टीम जोरावारी स्कूल पहुंची थी जहां 12 बजे बच्चे स्कूल प्रांगण में घूम रहे थे। वहीं नीकेश माहोरे शिक्षक गायब थे। इसके बाद शिक्षक नीकेश माहोरे के खिलाफ पंचनामा तैयार कर डीपीसी कार्यालय को भी भेजा गया था।

नोटिस का नहीं दिया जवाब-

डीईओ जीएस बघेल  ने बताया कि गोंडवाना समय में प्रकाशित खबर के बाद 20 अगस्त को मानीटरिंग के दौरान पाया गया कि स्कूल में पदस्थ शिक्षक नीकेश माहोरे 16 जुलाई से 23 जुलाई तक बिना सूचना व आवेदन दिए बिना स्कूल से अनुपस्थित पाए गए। वहीं शिक्षक फागूलाल बरकड़े भी अनुपस्थित मिले। स्कूल में दो व्यक्ति अध्यापन कार्य कराते मिले। स्कूल के आसपास गंदगी पाई गई। शिक्षक नीकेश माहोरे को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था लेकिन शिक्षक ने कोई जवाब नहीं दिया। शिकायत सही पाए जाने पर दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन की अवधि में उनका मुख्यालय बीईओ कार्यालय निर्धारित किया गया है।

लापरवाह प्रधान पाठक की वेतनवृद्धि रोकी -

 जिला शिक्षा केंद्र के परियोजना समन्वयक जगदीश इड़पाचे ने प्राइमरी स्कूल करहैया में 27 अगस्त को किए गए औचक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए प्रधानपाठक सतीश नामदेव की एक वेतनवृद्धि तत्काल प्रभाव से रोक दी है। निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित प्रधानपाठक द्वारा शासन के निदेर्शानुसार दक्षता उन्न्यन अभ्यास पुस्तिका संबंधी कार्य कराया जाना नहीं पाया गया था। बच्चों की वर्कबुक की सही जांच न होने व होमवर्क की जांच त्रुटि पाई जाने सहित अन्य लापरवाही पर यह कार्रवाई की गई है। 

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