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देश की रक्षा करने का जज्बा ही युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करता है-पवन अहाके

देश की रक्षा करने का जज्बा ही युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करता है-पवन अहाके

बैतुल। गोंडवाना समय।
बैतुल जिले के युवाओं में देशभक्ति की भावना, जज्बा और जुनून पैदा करने वाले युवाओं के चहेते सीटीआई बैतुल के शिक्षक(आर्मी ट्रेनर) भाई पवन अहाके जी को हम सैलूट करतें है। आज पवन अहाके जी द्वारा बैतुल जिले के युवाओं को देश सेवा (आर्मी) में बेहतर भविष्य निर्माण हेतु मार्गदर्शन के रूप में बेहतरीन ट्रेनिंग प्रदान जी रही हैं। इसका सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिल रहें हैं। आर्मी ट्रेनर पवन अहाके जी का कहना है कि वर्दी में सजे-धजे किसी भी फौजी अफसर को देखते ही सीना गर्व से तन जाता है, फौजी वर्दी में सजे ये युवा अधिकारी हजारों की भीड़ में भी अलग ही दिखाई देते हैं। देश की खातिर मर मिटने का ये जज्बा, इनकी चुनौती भरी जीवनशैली,अनुशासन से भरे ये युवा अधिकारी केवल रोजी-रोटी कमाने के उद्देश्य से ही सेना में भर्ती नहीं होते अपितु जीवन में कुछ कर दिखाने के जोश-जुनून, कर्तव्य पालन और उससे भी बढ़कर देश की अस्मिता की रक्षा करने की दृढ़ इच्छा रखते हैं।

बैतुल जिले के युवाओं को दे रहे मार्गदर्शन

देशप्रेम की भावना से ओत-प्रोत मातृभूमि पर अपना सर्वस्व न्योछावर कर भारतीय सेना की दशकों पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हैं। देश की रक्षा करने का जज्बा ही युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित करता है वरना सेना में जाने के बजाए युवा किसी अन्य क्षेत्र में भी अपना भविष्य देख सकता है। इसके साथ ही पवन अहाके जी कहते है कि मैं भी आर्मी में जाकर देश सेवा करना चाहता था परंतु बहुत कोशिश करने के बाद भी मेडिकल में असफल हो जाता था, फिर मैंने सपना बनाया की अब मैं, बैतुल जिले के युवाओं को देश सेवा के लिए मार्गदर्शन देकर उन्हें देश की सेवा करने के लिये उनके भविष्य निर्माण हेतु सहयोग कर सकूं एवं इसके लिए मैं लगातर बैतुल जिले के युवाओं को मार्गदर्शन दे रहा हूं।

प्रत्येक नागरिक में होना चाहिये देश के प्रति समर्पण की भावना 

आगे पवन अहाके जी कहते है कि प्रत्येक नागरिक के मन में अपने देश के लिए सर्वस्व अर्पण करने की भावना होनी चाहिए। उसमें मातृभूमि के ऋण को चुकाने के लिए बलिदान की भावना हो। इस उद्देश्य की प्राप्ति केवल सेना में भर्ती होकर सीमा सुरक्षा के द्वारा ही नहीं होती बल्कि कई ओर तरीकों से भी अपनी योग्यता, रुचि और अभिरुचि के अनुरूप व्यक्ति देश के बहुमुखी विकास में योगदान दे सकता है। मेरा मन भी देश-प्रेम की भावना से ओत-प्रोत है और मैं अपनी योग्यता और कौशल के द्वारा देश को अपनी सेवाएं अर्पित करने की भावना रखता हूं। हर विद्यार्थी को चाहिए कि देश को आगे बढ़ाने के लिए अपने स्तर से कोई न कोई कदम उठाए।

किताबी अध्ययन के अलावा अन्य गतिविधियों पर दिया जाये ध्यान

शिक्षा के प्रचार प्रसार के साथ-साथ नैतिक मूल्यों, सामाजिक उन्नति, अस्पृश्यता निवारण, अंधविश्वास एवं रूढ़ियों की समाप्ति और राष्ट्रीय एकता पर बल देने की आवश्यकता है। किताबी अध्ययन के अलावा खेल तथा अन्य गतिविधियों पर भी जोर दिया जाना चाहिए। जब हमारे यहां के युवा स्वस्थ होंगे तो देश को गति मिलेगी। देश के प्रति अपने क?र्त्तव्य और दायित्व का बोध किसी के द्वारा कराने की जरूरत नहीं होती बल्कि देश सेवा का जज्बा अंतरात्मा में होना चाहिए। मेडिटेक कैरियर इंस्टीट्यूट बैतुल की ओर से सीटीआई बैतुल के आर्मी ट्रेनर पवन अहाके जी एवं सीटीआई के डायरेक्टर दिलीप पन्द्राम जी को इस अनुकरणीय कार्य हेतु बधाई एवँ शुभकामनाएं प्रेषित की गई है।

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