महात्मा गांधी ने सामाजिक समरसता का पढ़ाया पाठ-राज्यपाल
राजभवन में गांधी जयंती पर महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए हुई संगोष्ठी
रायपुर। गोंडवाना समय
राजभवन में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के लिए संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका विषय वर्तमान परिप्रेक्ष्य में महात्मा गांधी जी के विचारों की प्रासंगिकता थी। इस अवसर पर राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार आज भी प्रासंगिक है। उन्होंने पूरे विश्व को त्याग और अहिंसा की सीख दी है। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने देशवासियों को सामाजिक समरसता का पाठ पढ़ाया। राज्यपाल ने कहा कि गांधी जी ने स्वच्छता का संदेश दिया, वे कहते थे कि जो स्वच्छ रहेगा वही स्वस्थ रहेगा। यदि उनके आदर्शों को नई पीढ़ी अपने जीवन में उतार ले तो, उनका भविष्य तो उज्ज्वल होगा, साथ ही देश की भी प्रगति होगी। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी महात्मा गांधी के विचार को अपनाते हुए निरंतर राष्ट्रहित में कार्य रह रहे हैं।
स्वस्थ व्यक्ति ही देश के प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है
प्रधानमंत्री ने फिट इंडिया जैसे महत्वपूर्ण अभियान की शुरूआत की है, उनका मानना है कि जीवन की भागदौड़ में आजकल लोग स्वास्थ्य की अनदेखी करते हैं। प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ रहना आवश्यक है, स्वस्थ व्यक्ति ही देश के प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर केशरीलाल वर्मा ने कहा कि गांधी जी महामानव है। वे ऐसे अकेले महापुरूष है, जिनके नाम पर 150 से अधिक देशों में डाक टिकट जारी हुए हैं। उनके विचार देश के सुदूर आंचलिक क्षेत्रों में भी रचे-बसे हुए हैं। गांधी जी को समझने के लिए उनके आदर्श को आत्मसात करने की आवश्यकता है। इस संगोष्ठी में सुश्री आकांक्षा साहू, सुश्री पूजा शर्मा, श्री गौरव जैन, श्री नवनीत जोशी, श्री पारसनाथ कुमार और श्री चन्द्रभान देवांगन ने हिस्सा लिया। विद्यार्थियों ने गांधी जी के विचारों की वर्तमान समय में प्रासंगिकता पर अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री सुरेन्द्र कुमार जायसवाल, विधिक सलाहकार श्री एन.के. चन्द्रवंशी तथा राजभवन के अधिकारी कर्मचारी और महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।