डॉ. हर्षवर्धन ने कोविड-19 के संबंध में उठाए गए कदमों के बारे में राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस की
राज्यों से आग्रह किया कि वे कोविड-19 का दृढ़ता से मुकाबला करने में भारत की जनता को एकजुट करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप को बढ़ावा दें
नई दिल्ली। गोंडवाना समय।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, '' मैं आप सभी को अपने संबंधित राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में कोविड-19 से मुकाबला करनेकी हमारी लड़ाई में स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए बधाई देता हूं।”डॉ. हर्षवर्धन ने आज नई दिल्ली में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे की उपस्थिति में कोविड-19 की गंभीरता को कम करने के लिए किए गए कार्यों और तैयारियों की समीक्षा करने के लिए सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों, मुख्य सचिवों /स्वास्थ्य सचिवों के साथवीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के जरिये एक बैठक की।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, '' मैं आप सभी को अपने संबंधित राज्यों और संघ शासित प्रदेशों में कोविड-19 से मुकाबला करनेकी हमारी लड़ाई में स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए बधाई देता हूं।”डॉ. हर्षवर्धन ने आज नई दिल्ली में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे की उपस्थिति में कोविड-19 की गंभीरता को कम करने के लिए किए गए कार्यों और तैयारियों की समीक्षा करने के लिए सभी राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों, मुख्य सचिवों /स्वास्थ्य सचिवों के साथवीडियो कॉन्फ्रेंस (वीसी) के जरिये एक बैठक की।
वीडियो कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र, दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, केरल, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, पंजाब, बिहार, तेलंगाना, हरियाणा, ओडिशा, असम, चंडीगढ़, झारखंड, अंडमान और निकोबार, छत्तीसगढ़,मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम, त्रिपुरा, सिक्किम, नागालैंड, तमिलनाडु, मेघालय और दादरा और नागर हवेली ने हिस्सा लिया।
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, "महामारी के खिलाफ लड़ाई अब तीन महीने से अधिक पुरानी हो गई है और देश में कोविड-19 की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन की निगरानी राज्यों के साथ उच्चतम स्तर पर की जा रही है।माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, देश ने अनेक पूर्व-नियोजित, अति सक्रिय और प्रभावी उपाय किए हैं।” उन्होंने कहा,“इन कदमों से हमें स्थिति को नियंत्रण में करने और किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने में मदद मिली है।”
बीमारी के संचरण (ट्रांसमिशन) की श्रृंखला को तोड़ने के लिए अगले कुछ हफ्तों के महत्व की ओर इशारा करते हुए, डॉ. हर्षवर्धन ने एक दूसरे से दूरी बनाकर रखने (सोशल डिस्टेंसिंग) और व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में जागरूकता फैलाने का आग्रह किया, जो कोविड-19 से दृढ़ता के साथ मिलकर मुकाबला करने में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि राज्यों को यह ध्यान रखने की आवश्यकता है कि गर्भवती महिलाओं, डायलिसिस के मरीजों और थैलेसीमिया जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों की उपचार /चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा किया जाए। उन्होंने राज्यों /संघ शासित प्रदेशों का आह्वान किया कि वे किसी भी समय रक्त की पर्याप्त आपूर्ति के लिए स्वैच्छिक रक्तदानको बढ़ावा देने और सुरक्षित रक्तदान के लिए मोबाइल यूनिट की व्यवस्था करें।
डॉ. हर्षवर्धन ने देश में समर्पित कोविड-19 अस्पतालों की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा, "देश के प्रत्येक जिले में समर्पित कोविड-19 अस्पताल स्थापित करने की आवश्यकता है और उन्हें जल्द से जल्द अधिसूचित करने की आवश्यकता है ताकि लोगों को उनके बारे में सूचित किया जा सके।"
डॉ. हर्षवर्धन ने प्रत्येक राज्य की पीपीई, एन95 मास्क, जांच किट, दवाओं और वेंटिलेटर की आवश्यकता और इनकी पर्याप्तता की समीक्षा की और आश्वासन दिया कि सरकार यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रही है कि इन महत्वपूर्ण वस्तुओं की आपूर्ति में कोई कमी न हो; विभिन्न आवश्यकताओं के लिए ऑर्डर पहले ही दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्यों की आंशिक आवश्यकताओं की तुलना में उनके द्वारा बताई गई आवश्यकताओं को पूरा कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कर्मचारियों / पेशेवरों को किस श्रेणी के पीपीई का उपयोग करना है, इसके बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश मंत्रालय की वेबसाइट (www.mohfw.gov.in) पर उपलब्ध हैं और राज्यों को उनके तर्कसंगत उपयोग के बारे में भी जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि फेस कवर के लिए भी दिशानिर्देश मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं और इनका प्रभावी तरीके से लोगों में उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा, राज्यों के विभिन्न प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे एक-दूसरे की बेहतरीन कार्य प्रणाली का अनुकरण भी कर सकते हैं।
उन्होंने सभी से आग्रह किया कि वे आरोग्यसेतु ऐप को डाउनलोड करें और इसका उपयोग करें क्योंकि इससे लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण को पकड़ने के जोखिम का आकलन करने में मदद मिलेगी।" उन्होंने कहा, एक बार स्मार्ट फोन में इंस्टॉल हो जाने के बाद, एप्लिकेशन परिष्कृत मापदंडों के आधार पर संक्रमण के जोखिम की गणना कर सकता है।”
समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव सुश्री प्रीति सूदन,विशेष सचिव श्री संजीव कुमार, आईसीएमआर के प्रतिनिधियों के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।