कोई भी खिलाड़ी गांव स्तर पर खेलकर राष्ट्रीय स्तर तक की ऊंचाइयों को छू सकता है-प्रहलाद मर्सकोले
रथटोला ग्राऊंड पिण्डरई में ओपन टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन
प्रथम पुरस्कार 21000 हजार व द्वितीय पुरस्कार 11000 हजार रूपये का मिलेगा सम्मान
कमलेश गोंड राष्ट्रीय संवाददाता
पिण्डरई नैनपुर। गोंडवाना समय।
पिण्डरई नगर के रथटोला खेल मैदान में ओपन टेनिस बॉल क्रिकेट टूनार्मेंट का आयोजन मंगलवार को किया गया।
टूनार्मेंट का उद्घाटन पिण्डरई क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के चौधरी कैलासचंद जैन, आनंद सिंह राजपूत, आशीष जैन, जितेंद्र सिंह राजपूत, प्रजय जैन छोटू, मोंटी तिवारी, संतोष श्रीवास्तव, आशीष सिंघई ने फीता काटकर किया।
प्रतियोगिता में विभिन्न जिलों व ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी ले रहे भाग
इस ओपन टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता में विभिन्न जिलों सहित सुदुर इलाकों से खिलाड़ी भाग ले रहे है। आयोजन समिति ने बताया कि प्रतियोगिता के अंतिम दिन प्रथम स्थान पर अपने वाली टीम को समिति की ओर से 21000 रुपए तथा दूसरे स्थान पर आने वाली टीम को 11000 रुपए बतौर पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा इसके साथ ही सम्मान स्वरूप उत्साहवर्धन एवं खेल के प्रति मेहनत कर सफलता पाने पर स्मृति के रूप में ट्रॉफी भी प्रदान किया जायेगा।
खेल की भावना को बढ़ावा देने आयोजन को भव्य बनाया
हम आपको बता दे कि उद्घाटन मैच के दौरान नगर के गणमान्य नागरिकों एवं दर्शकगणों ने सम्मलित होकर खेल की भावना को बढ़ावा देने के उददेश्य को पूर्ण करने के लिये ओपन टेनिस बॉल क्रिकेट प्रितयोगिता के आयोजन को भव्य बनाया। आयोजन समिति द्वारा 5 किलोमीटर की दूरी से आने वाली टीमों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है एवं कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुये फेस मास्क, सैनिटाइजर, की व्यवस्था की गई है।
खिलाड़ी ख्ोल के प्रति सम्मान की भावना में व दर्शकगण उत्साहवर्धन में देवे योगदान
ओपन टेनिस बॉल क्रिकेट प्रतियोगिता के आयोजन के दौरान पिण्डरई चौकी प्रभारी श्री प्रहलाद मर्सकोले ने प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को बधाई देते हुये कहा कि खेल को खेलते समय मैदान मे सभी खिलाड़ी निष्ठा, ईमानदारी के साथ एक दूसरे खिलाड़ी के प्रति सम्मान की भावना रखते हुये खेलने में एवं दर्शकगण खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करने में अपना योगदान देवें। खेल खेलने से मनुष्य का शारीरिक विकास व मानसिक विकास होता है। जिससे शरीर स्वस्थ्य रहता हैं, वहीं एक खिलाड़ी ग्रामीण स्तर के खेल मैदान में विभिन्न खेलों को खेलकर मेहनत करते हुये राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर तक की ऊंचाइयों को छू सकता है। यह मुकाम पाने के बाद क्षेत्रवासियों को गर्व होता हैं एवं अन्य युवाओं के लिये प्रेरणास्रोत्र भी बनता है।
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