कृषि कानून के विरोध में कांग्रेस के आहवान पर गांव-गांव से ट्रेक्टरो में पहुंचे किसान
कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह काकोडिया ने ट्रेक्कर चलाकर किया विरोध प्रदर्शन
बरघाट। गोंडवाना समय।
केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध और दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में उतरी कांग्रेस ने बरघाट तहसील मुख्यालय पर किसानों के साथ ट्रैक्टर रैली निकाली। खुंट से धारनाकला तक 14 किलोमीटर की यह रैली में प्रारंभ में 100-120 ट्रैक्टर शामिल हुये लेकिन आगे चलते-चलते इनकी संख्या लगभग 220 तक पहुंंच गयी। वहीं दो से तीन किलोमीटर लंबी इस रैली मे किसानों के समर्थन में जमकर नारेबाजी करते हुए कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने केंद्र सरकार पर जबरन कृषि सुधार कानून थोपने का आरोप लगाया। इस दौरान भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जाम की स्थिति हुई निर्मित, पुलिस ने किया मार्ग परिवर्तित
सिवनी बालाघाट मुख्यमार्ग रैली मे आयोजित तीन किलोमीटर लंबी ट्रेक्टर रैली से कई जगह जाम की स्थिति निर्मित हो गयी। इस दौरान पुलिस द्वारा कई जगह मार्ग को परिवर्तित भी किया गया। किसान रैली के दौरान कांग्रेस कार्यकतार्ओं ने सुभाष चौक में ंस्थित सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको नमन किया।
धारनाकला में सौँपा ज्ञापन
बरघाट विधायक श्री अर्जुन सिंह काकोड़िया के नेतृत्व में निकाली गई रैली में बरघाट क्षेत्र के किसान व कांग्रेस कार्यकतार्ओं के द्वारा निकाली गई रैली में विधायक श्री अर्जुन सिंह काकोड़िया के द्वारा स्वयं ट्रैक्टर चलाकर उसकी अगुवाई की गई। ग्राम खुट से शुरू होकर बरघाट नगर से होती हूई ग्राम जेवनारा, पौनार होते हुये धारनाकला में ग्राम पंचायत भवन के सामने संपन्न हुई, जहां पर तहसीलदार को किसानों के समर्थन में राष्ट्रपति के नाम भेजने के लिए एक ज्ञापन सौंपा गया, इस दौरान बरघाट थाना प्रभारी प्रवीण धुर्वे भी मौजूद रहे।
किसानों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिये
बरघाट विधायक श्री अर्जुन सिंह काकोडिया ने देश में चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए किसान विरोधी रवैये के लिए एनडीए सरकार की निंंदा की। इससे पहले बरघाट के गांंधी चौक में भी कार्यकतार्ओं और किसानो को संबोधित करते हुए कहा कि देश में वर्तमान किसान विरोध प्रदर्शन भाजपा की झूठ और फरेब की राजनीति है। यह किसान देश के 130 करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं लेकिन जब किसानों को भाजपा नेताओं द्वारा देशद्रोही करार दिया जाता है तो उन्हें बहुत पीड़ा होती है और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा किसानों पर टिप्पणी कर अपमानित किया जाता है। सरकार को इन विरोध प्रदर्शनों के लिए राष्ट्र विरोधी तत्वों को दोषी ठहराने के बजाय सहानुभूतिपूर्वक समाधान निकालना चाहिए और किसानों की समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करना चाहिए।
भाजपा सरकार किसानों की आवाज को दबा नहीं सकती
किसान अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं और उनके विरोध को समाज के हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है। जो कृषि कानूनों किसान समुदाय के हित में नहीं है, उन्हें वापस लेना होगा लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के पास उद्योगपतियों से मिलने का समय है लेकिन किसानों से नहीं है। विधायक ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार किसानों की आवाज को दबा नहीं सकती है। जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं हो जाती, तब तक कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। समापन अवसर पर विधायक के पूर्व अनेक वक्तताओं ने किसानोंं की मांगोंं का समर्थन करते हुये काले कानून के विरोध में अपनी बात रखी है। रैली मे जिला युवक कांग्रेस के जिला अध्यक्ष आंनद पंजवानी, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष कविता कहार, जिला कांग्रेस के पदाधिकारी, कुरई, बरघाट, गंगेरूआ ब्लाक, मंडलम, सेक्टर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व पदाधिकारी, नगर कांग्रेस, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रस के पदाधिकारियों सहित कांग्रेस कार्यकर्ता व किसान शामिल हुये।
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