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पति की हत्या कर थाने में दर्ज करवायी थी गुमशुदगी की रिपोर्ट, उगली पुलिस ने सुलझायी गुत्थी, पत्नी सहित दो आरोपी गिरफ्तार

पति की हत्या कर थाने में दर्ज करवायी थी गुमशुदगी की रिपोर्ट, उगली पुलिस ने सुलझायी गुत्थी, पत्नी सहित दो आरोपी गिरफ्तार

पुलिस ने पूछा कहां हैं शिवप्रसाद की लाश तो तीनों आरोपियों ने पहले कहा जला दिए, फिर पूछताछ में बताये रेत में गाड़ दिये 


उगली। गोंडवाना समय।

तहसील केवलारी के अंतर्गत उप तहसील उगली से लगभग 14 किलोमीटर दूर ग्राम पिपरिया के रहने वाले शिवप्रसाद पिता भंगीलाल देशमुख 18 मार्च की रात घर पर ही थे। सुबह 19 मार्च जब शिवप्रसाद दिखाई नहीं दिये तो घरवालों ने बहु से पूछा कि शिवप्रसाद कहा है तो बहु ने कहां खेत गए हैं। दोपहर हो गई खेत से वापस क्यों नहीं आ रहा है कहकर तलाश की गई फिर भी पता नहीं चला।
        शाम तक गांव में एवं आस-पड़ोस में खबर फैल गई कि शिवप्रसाद लापता हो गया। मृतक की पत्नी ने अपने भाई को 19 मार्च को फोन लगाकर सारी जानकारी दी। भाई सचिव हैं काम के कारण 19 मार्च को नहीं आ पाए 20 मार्च को आए शिवप्रसाद की पत्नी और भाई ने उगली थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवायी। 

शिवप्रसाद को किसी ने खेत जाते हुए नहीं देखा


फिर गांव में पूछताछ की गई कि शिवप्रसाद को किसी ने खेत जाते देखा है क्या, पता नहीं चलने पर घर वालों को शक होने लगा कि शिवप्रसाद को किसी ने खेत जाते हुए नहीं देखा और बहु कह रही है कि हसिया लेकर अलसी काटने खेत गए हैं। फिर शिवप्रसाद की पत्नी से पूछा गया कि किसी ने शिवप्रसाद को खेत जाते नहीं देखा शिवप्रसाद की पत्नी ने बताया अंतकुमार और निरंजन के साथ थे?। फिर पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए अंतराम, निरंजन और मृतक की पत्नी से अलग-अलग कमरे में  पूछताछ की 25 मार्च दिन गुरुवार को तीनों आरोपियों ने गुनाह कबूल किया। 

उगली पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। 


पुलिस ने पूछा कहां हैं शिवप्रसाद की लाश तो तीनों आरोपियों ने कहा जला दिए, कहा जलाए नहीं बता रहे थे फिर पूछताछ करने के बाद तीनों आरोपियों ने पुलिस को सच बताया और जहां दफनाया था

वहां ले गए परिवार जनों में आक्रोश था अधिक दल बल के साथ उगली पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुये शांति व्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया। 

पत्नी ने सात फेरे के रिश्ते को किया कलंकित

उगली थाना प्रभारी श्री श्याम सुंदर भारद्वाज ने बताया कि उगली पुलिस द्वारा सख्ती दिखाते हुए मृतक की पत्नी, अंतकुमार और निरंजन से पूछताछ किया गया और सच उगलवाया गया। अंतराम और मृतक की पत्नी ने 18 मार्च की रात 10 बजे ही शिवप्रसाद देशमुख को जान से मार डाले थे। फिर रात 10 अंतराम ने अपने दोस्त निरंजन को फोन लगाकर बुलाया और रात ही में घर से लगभग 3 किलोमीटर दूर ले जाकर शिवप्रसाद के शव को बाइक में बैठाकर पीपरताल के समीप नाला में तीनों आरोपीयों ने रेत में गाड़ दिया था। वही मृतक की पत्नी का आरोपी अंतकुमार से साथ पिछले लगभग 8-10 सालों से संबंध चल रहे थे इस कारण इस घटना को अंजाम दिया।

हत्या का खुलासा में इन्होंने निभाई अहम भूमिका

श्री श्यामसुंदर भारद्वाज उगली थाना प्रभारी, ए.एस.आई श्री सिंगमारे, आरक्षक श्री संदीप ठाकरे, प्रधान आरक्षक श्री सूरदास मार्सकोले, आरक्षक श्री गणेश हनवत,श्री दीपक कावरे, श्री शिवराम यादव,श्री विनोद तेकाम, श्री गजेंद्र तेकाम, श्री नरेंद्र पटले,श्री संदीप पंचेश्वर, तहसीलदार एवं वन विकास निगम के अधिकारी कर्मचारी एवं डॉ अमित जैन की विशेष भूमिका रही।

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