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बीजाढाना से कुम्हड़ी खेड़ा तक सड़क निर्माण कार्य में हो रही देरी के चलते ग्रामीणों ने मशीन द्वारा पहाड़ी काटने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

 बीजाढाना से कुम्हड़ी खेड़ा तक सड़क निर्माण कार्य में हो रही देरी के चलते ग्रामीणों ने मशीन द्वारा पहाड़ी काटने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

गर्मी के दिनों में दूसरे गांव से बैलगाड़ी का उपयोग कर लाना पड़ता है पानी

आजादी के 7 दशकों के बाद पहली बार ग्राम को सड़क से जुड़ने का मिलेगा सौभाग्य


छिंदवाड़ा। गोंडवाना समय।

छिंदवाड़ा जिले के तामिया विकासखंड के आदिवासी अंचल में स्थित ग्राम पंचायत चोपना के तहत आने वाले ग्राम बीजाढाना से कुम्हड़ी खेड़ा तक सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है। आजादी के 7 दशक के बाद पहली बार ग्राम को सड़क से जोड़े जाने से ग्रामीणों में उत्साह है। वहीं मजदूरों द्वारा किए जा रहे बीजाढाना से कुम्हड़ी खेड़ा तक सड़क निर्माण क ा कार्य धीमी गति से चल रहा है क्योंकि  पहाड़ी पर पत्थर और कड़े मुरम लगने से मजदूरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


धीमी गति से चल रहे सड़क निर्माण कार्य के चलते इस साल बारिश से पूर्व सड़क निर्माण का कार्य पूरा होने में ग्रामीणों को संशय दिख रहा है जिसके चलते ग्राम बीजाढाना व कुम्हड़ी खेड़ा के ग्रामीणों द्वारा 16 मार्च 2021 दिन मंगलवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर मजदूरों के बदले मशीन से पहाड़ काटने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौपा गया ताकि समय से पहले सड़क निर्माण का कार्य पूरा किया जा सके।

कड़े मुरम होने से मजदूरों को कार्य करने में हो रही परेशानी 

कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते वक्त ग्रामीणों ने कहा कि जहां सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है वहां पहाड़ी पर अधिक पत्थर और कड़े मुरम होने की वजह से मजदूरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और अधिक समय लग रहा है, इसलिए हम चाहते हैं कि मशीन से पहाड़ की कटिंग एवं खुदाई करवाई जावे साथ ही हाईवे ट्रक के माध्यम से सड़कों पर मुरम लाया जाए ताकि मजदूरों के द्वारा मुरम को आसानी से सड़क पर फैलाया जा सकता है जिससे कार्य को गति मिलेगी और सड़क बनने में आसानी होगी। वहीं ग्रामीणों को आजादी के 7 दशक के बाद पहली बार ग्राम को सड़क से जुड़ने का सौभाग्य मिलेगा।

पहाड़ी की ऊंचाई अधिक होने से गांव तक नहीं पहुंच पाती बोर मशीन


वही सौपे गए ज्ञापन में गांव में हो रही पेयजल की समस्या का भी उल्लेख किया गया है कि पीएचई विभाग द्वारा प्रतिवर्ष ग्रीष्मकालीन समय में नए बोर खुदवाने के लिए स्वीकृति भी मिलती है लेकिन पहाड़ी की ऊंचाई अधिक होने से गांव तक बोर मशीन नहीं पहुंच पाती है। जिसकी वजह से नए बोर का उत्खनन नहीं हो पा रहा है और ग्राम पंचायत के द्वारा ग्रीष्मकालीन पेयजल व्यवस्था के लिए पानी टैंकर परिवहन के माध्यम से प्रयास किया जाता है। वहीं पहाड़ी अधिक होने से पानी टैंकर ग्राम तक नहीं पहुंच पा रहे हैं जिससे ग्रामीणों को गर्मी के दिनों में दूसरे गांव से बैलगाड़ी के माध्यम से पानी लाना पड़ता है। 

ज्ञापन सौपते समय मुख्य रूप से ये रहे मौजूद

ज्ञापन सौपते समय ग्रामीणों द्वारा कहा गया कि सड़क निर्माण का कार्य यदि जल्द से जल्द किया जाता है तो ग्राम तक बोर मशीन आसानी से पहुंच सकती है और नए बोर का उत्खनन भी किया जा सकता है। जिससे गांव में आने वाली पेयजल संकट को आसानी से दूर किया जा सकता है। जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते वक्त गोंडवाना महासभा के जिलाध्यक्ष श्री ठाकुर प्रसाद सिंह कुशरे, तामिया के बीजाढाना से आये ग्रामवासी चंद्रसी, लालसा, सुमर लाल, दीपचंद, बलदेव, सुकलाल, मंजे, अमरलाल, सुखमन एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।

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