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यादगार रहेगा शिक्षक श्याम लाल रजक द्वारा कराया गया अध्यापन कार्य

यादगार रहेगा शिक्षक श्याम लाल रजक द्वारा कराया गया अध्यापन कार्य 

शिक्षक श्याम लाल रजक की सेवानिवृत्ति पर दी गई भावभीनी विदाई 


सिवनी। गोंडवाना समय। 

शिक्षा से सफलता का दर्शन विकास परिषद के प्रेरणा स्रोत श्री श्याम लाल रजक जी शिक्षक विदाई समारोह हर्ष उल्लास के साथ देवरी कला प्राथमिक स्कूल छपारा विकासखंड में संपन्न हुआ।


इस दौरान स्कूल के अन्य शिक्षकों ने श्री श्याम लाल रजक जी के विदाई समारोह पर कहा कि विदाई का ये दिन है, माहौल थोड़ा गमगीन है लेकिन दुआ है ईश्वर से, आप यूं ही हंसते रहो, फूलों की तरह खिलते रहो महकते रहो, सब के दिलों में अजर अमर बसते रहो क्योंकि इतने वर्ष आपके द्वारा किया गया शिक्षा अध्यापन का कार्य बहुत ही उत्कृष्ट प्रेरणादायक है। शिक्षक श्री श्याम लाल रजक जी के सेवानिवृत्ति पर स्टाफ के कर्मचारी व ग्रामीणजन भी मौजूद रहे। 

विद्यार्थियों को अध्ययन के माध्यम से दिखाया नया रास्ता 


सेवानिवृत्त शिक्षक श्री श्याम लाल रजक जी के द्वारा शैक्षणिक संस्थान में अपने कर्तव्य पथ के दौरान उन्होंने प्रत्येक विपरीत परिस्थिति से लड़कर यह सर्वोच्च पद पाया और निरंतर कठिन परिस्थितियों के चलते उन्होंने अपनी कर्मभूमि पर देश भक्ति सेवा भाव से कार्य किया। इतने वर्षों में कई हजार विद्यार्थियों को शिक्षा अर्जित कराई और उन्हें एक नया रास्ता दिखाया। यह शिक्षा अध्यापन कार्य विद्यालय में नहीं बल्कि घर परिवार समाज में भी आपने यही शिक्षा सभी को दिया ।

धूमा से पैदल चलकर जाते थे ढोडामाल स्कूल 

ग्राम सादक सिवनी ग्राम में माता श्रीमती गौरा बाई एवं पिता श्री शंकर रजक जी के जन्म लेने वाले श्री श्याम लाल रजक एक निर्धन परिवार से थे। उनके परिवार तीन बहन और एक भाई का परिवार रहा । वहीं सबसे दु:खद बात यह रही कि बचपन में ही पिताजी का स्वर्गवास हो गया। माता के आश्रय से स्वयं ने पढ़ाई-लिखाई करके मैट्रिक तक की शिक्षा अर्जित की और सबसे पहले कंपाउंडर के पद पर पदस्थ रहे फिर उसके बाद शिक्षा विभाग का पदभार संभाला। जहां उनकी पदस्थापना धूमा के पास ढोडा माल आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र हुई।
        जहां उन्होंने अपनी लगभग 30 साल सेवा भाव से कार्य किया। जबकि उस दौरान वहां भी किसी प्रकार के आने जाने का साधन भी नहीं हुआ करता था। धूमा से पैदल चलकर अपने कर्म भूमि पहुंचते थे, इस तरह से इन्होंने अपना शिक्षा का कार्यकाल लगभग 30 वर्ष वहां पूर्ण लगन से किया फिर उसके बाद देवरी कला में ट्रांसफर हो गया और वहां भी अपना संपूर्ण कार्यकाल ईमानदारी और लगन से देश भक्ति भाव से किया। 

मां के मार्गदर्शन पर चलकर परिवार को देते रहे सही दिशा 


सेवानिवृत्त शिक्षक श्री श्याम लाल रजक जी की ईमानदारी का प्रतिफल यह है कि इनके बड़े पुत्र इंडियन एयर फोर्स और छोटे पुत्र मध्य प्रदेश पुलिस रेडियो आॅपरेटर के पद पर पदस्थ हैं एवं दोनों बेटी का विवाह जिनके साथ हुआ है उनमें से 1 शिक्षक और 1 पुलिस विभाग में पदस्थ है। लगभग बहन भाई के परिवार में सभी देश की सेवा में लगे हुए हैं। इंडियन एयर फोर्स से लेकर और बहन के पक्ष में सीआरपीएफ पुलिस और शिक्षक का यह परिवार है और इसका सारा श्रेय इनकी माता श्री गौरव बाई रजक को जाता है,  जिनके मार्गदर्शक पर हमेशा सही रास्ते पर चलकर परिवार को सही दिशा देते रहे।

शिक्षा से सफलता का दर्शन परिषद ने स्वस्थ्य जीवन के लिये की प्रार्थना  

छपारा विकासखंड के देवरीकला प्राथमिक स्कूल में पदस्थ श्री श्यामलाल रजक जी द्वारा शिक्षा अध्ययन प्रदान करने का अनमोल कार्य सेवानिवृत्ति के अंतिम दिनों तक स्कूल में सफलतापूर्वक रहा। उनके द्वारा किये गये कार्य हमेशा अजर अमर व यादगार रहेंगे। शिक्षा से सफलता का दर्शन विकास परिषद बखारी की ओर से भी श्री श्याम लाल रजक जी को सेवानिवृत्त पर उनके स्वथ्य जीवन की प्रार्थना करते हुये हार्दिक शुभकामनाएं दी गई। वहीं अब सेवानिवृत्ति के बाद शिक्षक श्री श्याम लाल रजक शिक्षा से सफलता क दर्शन विकास परिषद के लिये अपनी सेवाएं देंगे। 

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