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आदिवासी युवक के साथ हुई मारपीट पर बरघाट पुलिस थाना प्रभारी नहीं कर रहे कार्यवाही

आदिवासी युवक के साथ हुई मारपीट पर बरघाट पुलिस थाना प्रभारी नहीं कर रहे कार्यवाही 

एसडीओपी व बरघाट थाना प्रभारी सी एम हेल्पलॉइन की शिकायत बंद कराने बना रहे दबाव 


बरघाट। गोंडवाना समय। 

पुलिस थाना बरघाट अंतर्गत नूर सिंह तेकाम पिता श्री प्रताप सिंह व धनेन्द्र तेकाम निवासी ग्राम खरार्पाठ ने गांव के कुछ लोगों के द्वारा जिनमें सुरेश बिसेन, हेमु बिसेन, जगदीश बिसेन, दिनेश बिसेन, श्रीराम बिसेन, राधे बिसेन,  नरसिंह बिसेन, श्याम सिंह बिसेन, रणजीत बिसेन के द्वारा दिनांक 2 जुलाई 2021 को एक राय होकर जातिगत रूप से अपमानित कर लोहे की राड व लाठी डण्डों से मारपीट करने के संबंध में पूर्व में की गई शिकायत पर बरघाट पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किये जाने एवं उल्टा बरघाट पुलिस द्वारा अनावेदकों की झूठी रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर प्रताड़ित करने की जांच व अनावेदकों पर अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज करने की मांग को लेकर आदिवासी युवक व उसके भाई ने वरिष्ठ पुलिस अधीकारियों सहित मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, जनजाति आयोग व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिला सिवनी की कार्यवाही के लिये आवेदन देने के साथ ही सिवनी पुलिस अधीक्षक व अजाक थाना सिवनी में फिर से 19 अगस्त 2021 को शिकायत दिया है। 

आदिवासी समाज की शादी से लौटते समय किया मारपीट 

शिकायतकर्ता नुर सिंह तेकाम ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है वह 02 जुलाई को 2021 को में अपने घर पर था उसी दिन गांव के अतरसिंह इनवाती के घर में शादी थी उस समरोह में शामिल होने के लिये गया था जहां भोजन करने के बाद जब वह अपने घर लौट रहा था तब वहां पर सुरेश बिसेन, हेमु बिसेन, जगदीश बिसेन, दिनेश बिसेन, श्रीराम बिसेन, राधे बिसेन,  नरसिंह बिसेन, श्याम सिंह बिसेन, रणजीत बिसेन इन लोगों ने नूर सिंह तेकाम व उसके भाई धनेन्द्र तेकाम को लाठी व लोहे की राड से मारते हुये जाति सूचक शब्दों का अपमानजनक रूप से उपयोग किया गया। जैसे तैसे दोनो भाई बचकर अपने घर पहुंचे वहीं मारपीट करने वालों के द्वारा धमकी देने के कारण वह थाना शिकायत करने नहीं पहुंचे थे। 

थाना व पुलिस अधीक्षक से पहले भी कर चुके है शिकायत 

वहीं बाद में शिकायतकर्ता पीड़ित आदिवासी युवक बरघाट पुलिस थाना 5 जुलाई को गये थे जहां पर शिकायती आवेदन दिया था। शिकायतकर्ता का कहना है कि इसके बाद भी बरघाट पुलिस द्वारा अनावेदकों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई वरन उल्टा आवेदकों पर प्रकरण कायम कर न्यायालयम में पेश किया गया था जिसकी जमानत लेना पड़ा। आदिवासी युवक शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके द्वारा पुलिस अधीक्षक सिवनी को भी 5 जुलाई एवं 14 जुलाई को आवेदन कार्यवाही हेतु दिया गया था। इसके साथ ही अजाक थाना में भी 8 जुलाई को दिया गया था परंतु कोई कार्यवाही हुई न सुनवाई हुई है।

गांव में बताते है दबंगई, करते है आदिवासी समाज पर अत्याचार

शिकायतकर्ता आदिवासी युवक का कहना है कि मारपीट के बाद उक्त घटना से हमारा परिवार दहशत में है क्योंकि खरार्पाठ में आदिवासी समाज की संख्या कम है एवं पवार समाज की संख्या ज्यादा है जो कि राजनीति से संबंध में रखते है इसके कारण व गांव में दबंगई भी बताते है और आदिवासी समाज पर अत्याचार भी करते है।

पहले शिकायत बंद कराओ फिर होगी सुनवाई 

शिकायत कर्ता आदिवासी युवक ने इस संबंध में सीएम हेल्पलॉइन में शिकायत दर्ज कराई गई है जिसका शिकायत नंबर 14620041 है जिसे बंद कराने के लिये एसडीओपी एवं बरघाट पुलिस थाना प्रभारी द्वारा कहा जा रहा है कि आप शिकायत बंद कराओ उसके बाद ही तुम्हारी कोई सुनवाई होगी। आदिवासी युवक व उसके भाई ने वरिष्ठ पुलिस अधीकारियों सहित मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, जनजाति आयोग व गोंडवाना गणतंत्र पार्टी जिला सिवनी की कार्यवाही के लिये आवेदन दिया है। 


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