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पेसा कानून, पांचवी अनुसूची का मुद्दा गोंगपा की माटी सत्याग्रह पदयात्रा में गूंजता रहा, राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

पेसा कानून, पांचवी अनुसूची का मुद्दा गोंगपा की माटी सत्याग्रह पदयात्रा में गूंजता रहा, राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन 

पांचवी अनुसूची में खनिज संपदा का दोहन करना बंद करो, पेसा कानून का किया जाये पालन 

छत्तीसगढ़ में गोंगपा ने निकाली पांच दिवसीय माटी सत्याग्रह पदयात्रा

छत्तीसगढ़ एकता मंच के अध्यक्ष सूरज यादव ने पदयात्रा में शामिल होकर अपना समर्थन दिया

मुलनिवासियो पर अत्याचार बंद करो करो, बेरोजगारों के साथ छलकपट बंद करों का गूंजता रहा नारा 

शिक्षकों की वेतन विसंगति जायज ठहराते हुए धरना स्थल में जाकर दिया समर्थन 

जल, जंगल, जमीन का दोहन बंद और बेरोजगारों के साथ छल कपट का मुद्दा छाया रहा

पेशा कानून अधिनियम दिवस के दिन 24 दिसंबर को राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा


दुर्गाप्रसाद ठाकुर, प्रदेश संवाददाता
रायपुर/छत्तीसगढ़। गोंडवाना समय।

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के तत्वाधान में 20 दिसंबर 2021 नेहरू चौक बिलासपुर से रायपुर जिले से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह मरकाम, राष्ट्रिय महासचिव श्याम सिंह मरकाम, द्वारा गोंडवाना का झंडा दिखाकर रवाना किया गया।


गोंडवाना गणतंत्र पार्टी छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष संजय कमरो, युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष प्रभू जगत के नेतृत्व में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने पांच दिवसीय माटी सत्याग्रह पदयात्रा को राज्यपाल भवन पहुंचकर समाप्त किया। 

छत्तीसगढ़ वेतन विसंगति को शिक्षकों के मांगों का किया समर्थन 


गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा छत्तीसगढ़ में नेहरू चौक बिलासपुर से रायपुर तक माटी सत्याग्रह पदयात्रा हजारों क्रांतिकारी युवा साथियों के जन सैलाब के साथ निकाली गई। पद यात्रा का शुभारंभ करते हुये गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर मरकाम ने माटी सत्याग्रह पदयात्रा को बढ़ाया। प्रमुख मांगो को लेकर माटी सत्याग्रह में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी द्वारा छत्तीसगढ़ में पांचवी अनुसूची एवं पेशा कानून को पूर्णत: अक्षरश: पालन कराने के साथ ही छत्तीसगढ़ के किसानों की समस्या, बेरोजगारों की समस्या, महिलाओं की समस्या, जल, जंगल, जमीन पर जमीन के मालिकों को हक एवं अधिकार दिलाने। छत्तीसगढ़ के शिक्षकों की वेतन विसंगति को लेकर शिक्षकों द्वारा कर रहे आंदोलन के समर्थन करने, छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों को रोजगार दिलाने, जैसे विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर पदयात्रा निकाली गई। 

सरगांव और सिमगा में माटी सत्याग्रह पदयात्रियों का हुआ रात्रि विश्राम 


माटी सत्याग्रह पदयात्रा पहला दिन नेहरू चौक बिलासपुर से चल कर हाईकोर्ट होते हुए सरगांव रात्रि 09 बजे पहुंची। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा जिला मुंगेली पदाधिकारियों एवं आदिवासी समाज के द्वारा भव्य स्वागत करते हुये भोजन एवं रुकने की उत्तम व्यवस्था किया गया। वही 21 दिसंबर दूसरा दिन सरगांव से माटी सत्याग्रह पदयात्रा रायपुर की ओर निकली और लगभग रात्रि 08 बजे सिमगा पहुंची। जिसमे मूलनिवासी आदिवासी समाज के लोगों ने स्वागत किया और मंगल भवन में ठहरने की व्यवस्था किया।

पूरे देश में छत्तीसगढ़ से 20% प्रतिशत खनिज संपदा निकलती है


जिसमें गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की ओर से राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम  ने माटी सत्याग्रह पद यात्रा आंदोलन को विस्तार पूर्वक बताया। माटी सत्याग्रह नाम इसलिये दिया गया की छत्तीसगढ़ का माटी बहुत कीमती बेशकीमती है, यहां उसी मिट्टी से हीरा निकल रहा, उसी मिट्टी से सोना, उसी मिट्टी से कोयला और उसी मिट्टी से बॉक्साइट निकल रही है। छत्तीसगढ़ में देश के पूरे देश में छत्तीसगढ़ से 20% प्रतिशत खनिज संपदा निकलती है। ये मिट्टी का हम लोग आग्रह कर रहे हैं इसमें हमारा मालिकाना हक होना चाहिये। देश के अलग-अलग पूंजीपति इस पर काबिज हो रहे हैं। 

मूलनिवासी आदिवासियों को 20% का रॉयल्टी व्यवस्था किया जाना चाहिए


सुप्रीम कोर्ट ने अपने जजमेंट 1997 में कहा 1957 खान खनिज अधिनियम 425 इसमें कहा गया कि आदिवासी क्षेत्रों में पांचवी अनुसूची क्षेत्र में जहां पेसा कानून लागू है, उसमें अगर खदान खोली जाती है। उस क्षेत्र की मिट्टी को निकाला जाता है तो वहां के मूलनिवासी आदिवासियों को 20% का रॉयल्टी व्यवस्था किया जाना चाहिए। पदयात्रा हम इसलिए निकाले है तमाम 1997 के बाद खदाने खुली है जो भी कंपनी खोद के ले गई उनके ऊपर आप जुमार्ना लगाना चाहिए और सुत सही रॉयल्टी भूस्थापितों को मिलना चाहिये। माटी सत्याग्रह का मूल ढांचा यह सब बात को लेकर हम महामहिम राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके महोदया को ज्ञापन प्रेषित करेंगे।

22 दिसंबर को धरसीवा पहुंची माटी सत्याग्रह पदयात्रा 

माटी सत्याग्रह पदयात्रा के तीसरे दिन 22 दिसंबर को सिमगा से रायपुर निकली पदयात्रा में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा छत्तीसगढ़ का जन सैलाब बढ़ता गया। इतनी संख्या के साथ रास्ते में चलने से आस पास के गांव वालों में उत्सुकता देखने को मिली, ग्रामीणजन पूछते रहे कि इतना जन सैलाब के साथ कहा जा रहे हैं और फिर चलते चलते करीब रात्रि 10 बजे धरसीवा पहुंची जहा मंगल भवन में रात्रि कालीन विश्राम किया गया।

23 दिसंबर को आमापारा रायपुर मंगल भवन में रात्रि विश्राम किया

माटी सत्याग्रह पदयात्रा के चौथे दिन 23 दिसंबर को धरसिवा से रायपुर की ओर जल, जंगल, जमीन के सम्मान में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी है मैदान में, मुलनिवासियो पर अत्याचार बंद करो करो, पांचवी अनुसूची क्षेत्र मे संपदा का दोहन करना बंद करो बंद करो जैसे अनेकों नारों के साथ पद यात्रा बढ़ती गई। इसके बाद जब रायपुर बंजारी भनपुरी पहुंची तो रास्ते में छत्तीसगढ़ी क्रान्ति सेना छत्तीसगढ़ के द्वारा भव्य फूल माला पहनाकर स्वागत किया और सहयोग समर्थन की बात करते हुये जय जोहार जय भीम जय गोंडवाना छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया की राज होना चाहिये होना चाहिये नारों से पुरा रायपुर गूंजता रहा। आगे बढ़ते हुये आमापारा रायपुर मंगल भवन में रात्रि विश्राम किया।

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा का विशेष उपस्थिति रही

पद यात्रा में मुख्य रूप से मौजूद गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा प्रदेश सचिव अनिल मरावी, युवा मोर्चा प्रदेश मीडिया प्रभारी परस धुर्वे, देवरावेन नेटी, राजा शाह, जगत नेताम, सिलवंत जगत, जीतू मरकाम, राम भजन जगत, कमल सिंह नेटी, जय प्रकाश मरावी, विकास जगत, अनेकों साथियों ने अपने टीम के साथ माटी सत्याग्रह पदयात्रा को सफल बनाने पद यात्रा का बड़ चढ़ कर हिस्सा लिया। पद यात्रा को सफल बनाने में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी युवा मोर्चा का विशेष उपस्थिति रही। 

पेसा कानून लागू करने के लिए नियमावली बनने के बाद समस्याओं का होगा समाधान-राज्यपाल 


माटी सत्याग्रह पदयात्रा के द्वारा 24 दिसंबर 2021 पेसा कानून के 25 वर्ष पूर्ण होने व पेसा कानून के स्थापना दिवस पर राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से राजभवन में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह मरकाम, राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम व प्रदेश महासचिव श्री अजय चकोले के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। 

आपकी जो भी समस्याएं हैं, उसे विभागवार विभाजित कर के दें


राज्यपाल ने उनकी समस्याओं के समाधान के लिए आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि आपकी जो भी समस्याएं हैं, उसे विभागवार विभाजित कर के दें। पेसा कानून लागू करने के लिए शासन द्वारा नियमावली बनाई जा रही है। इसके बनने के पश्चात कुछ समस्याओं का समाधान हो जाएगा। सुश्री उइके ने कहा कि आप अपनी समस्याओं को संबंधित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के समक्ष भी रखें।

हसदेव अरण्य क्षेत्र में खनन हेतु प्रस्तावित भूमि को तत्काल निरस्त किया जाये

प्रतिनिधिमण्डल ने कहा कि हसदेव अरण्य क्षेत्र में खनन हेतु प्रस्तावित भूमि को तत्काल निरस्त कर उसे हाथी अभ्यारण्य क्षेत्र के लिए सुरक्षित रखा जाए। साथ ही कोरबा जिले के अन्तर्गत अंबिका ओपन काष्ट परियोजना के लिए जो भूमि आबंटित की गई है, वह राजकीय वृक्ष और वन औषधी युक्त है, उस पर पुन: विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि इसी तरह गुरू घासीदास नेशनल पार्क जिसे टाईगर रिजर्व घोषित किया गया है, वहां पर विशेष पिछड़ी जनजाति निवास करती है। इस पर भी विचार किया जाए। साथ ही पांचवी अनुसूची के तहत क्षेत्रों में अवैध रेत उत्खनन बंद कर रेत उत्खनन ग्राम सभा को सौंपा जाए। प्रितनिधिमण्डल में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री तुलेश्वर मरकाम, श्री श्याम सिंह मरकाम, श्री संजय सिंह कमरो, श्री कुलदीप मरकाम, श्री प्रभु जगत, श्री फरीद कुरैशी, श्रीमती प्रिया शर्मा शामिल थे।


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