कांग्रेस की सरकार में पीड़िता महिला कल्पना जैन न्याय की गुहार लगाने कर रही आमरण अनशन
खून पसीने की कमाई, कई वर्षो से जमा पूंजी अर्जित कर आवासीय मकान में उम्मीदों पर पानी फेरा
अंतागढ़ में प्रशासन ने अवैध मकान निर्माण मानकर जेसीबी ले जाकर किया तोड़ फोड़
दुर्गाप्रसाद ठाकुर, प्रदेश संवाददाता।
अंतागढ़/छत्तीसगढ़। गोंडवाना समय।
कड़कड़ाती ठंड में अपनी जायज मांग को लेकर एक महिला ने लगातार दो दिन से आमरण अनशन पर अंतागढ़ में अनुविभागीय अधिकारी( राजस्व) कार्यालय के पास न्याय की लड़ाई के लिए खुले आसमान पर त्रिपाल टांगकर बैठी है और न्याय की आस में गुहार लगा रही है। इनकी मांगों के समर्थन में विभिन्न संघ संगठन सामने आ रहे है।
बिना सूचना दिये तोड़ दिया मकान
यह मामला दो दिन पूर्व ही बिना सूचना के श्याम नगर वार्ड क्रमांक 08 में निमार्णाधीन मकान को अवैध करार मानकर प्रशासन द्वारा तोड़ फोड़ दिया गया। यह मकान अंतागढ़ की पीड़िता कल्पना जैन का है जिन्होंने प्रशासन द्वारा नाराजगी जाहिर करते हुये 6 जनवरी 2022 सुबह से ही अंतागढ़ एसडीएम कार्यालय के सामने अन्न जल त्याग कर धरना में बैठी हुई है।
मुझ अबला पर ऐसा अत्याचार क्यों.....?
पीड़िता कल्पना जैन का स्पष्ट कहना है कि मेरे साथ अन्याय हुआ है, मुझे प्रशासन द्वारा बिना किसी जानकारी के मेरे निमार्णाधीन मकान को तोड़ दिया गया जबकि जिस जगह पर मैने मकान का निर्माण करा रही थी उसे पूर्व के तहसीलदार व पटवारी द्वारा ही उक्त जगह का आबंटन किया गया था तभी मैने वहां घर का निर्माण करा रही थी। आखिर मेरी ऐसी क्या गलती है कि प्रशासन द्वारा मेरे ही मकान को तोड़ दिया गया जबकि मुझे नोटिस भी नहीं दिया गया जबकि जिन्हें नोटिस दिया गया उनके मकानों को झांक कर भी नहीं देखा गया। अंतागढ़ मे कई ऐसे बहुत से रसूखदार लोग कई एकड़ जमीन अवैध कब्जा कर रखा है जिस पर किसी भी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं किया जा रहा है और मुझ अबला पर ऐसा अत्याचार क्यों.....?
मुझे नुकसानी का मुआवजा दिया जाये एवं रसूखदारों के अवैध मकान भी तोड़े
उन्होंने आगे कहा कि पिछले कई वर्षो से खून पसीने की पैसे रुपए इकठ्ठे करने के बाद आवासीय रहने लिए लगभग ढाई लाख रुपए लागत की घर बनवाई थी और मैं मानसिक शारारिक और आर्थिक रूप से पूरी तरह से टूट चुकी हूं मुझे न्याय चाहिए या तो प्रशासन द्वारा मेरे हुए नुकसान की भरपाई करे और मुझे मुवावजा दे साथ ही फिर जितने भी अवैध बने मकानों को भी तोड़ा जाए।