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गोंडी पेंटिंग को बढ़ावा देने के लिए कलेक्टर ने ली चित्रकारों की बैठक

गोंडी पेंटिंग को बढ़ावा देने के लिए कलेक्टर ने ली चित्रकारों की बैठक

18 दिसंबर से गोंडी पेंटिंग पर कार्यशाला 


मंडला। गोंडवाना समय।

गोंडी पैंटिंग के संरक्षण और संवर्धन के उद्देश्य से कलेक्टर हर्षिका सिंह ने जिला योजना भवन में चित्रकारों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि गोंडी कला प्राचीन काल से मंडला जिले की पहचान रही है और इसको एक जिला एक उत्पाद योजना के अंतर्गत मंडला जिले के लिए चयनित भी किया गया है, परंतु जिले में बहुत ही कम कलाकार रह गए है जो अच्छे स्तर पर इस कला को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है और जिले में गोंडी कला लुप्त होने कि स्थिति में है।
            


श्रीमती सिंह ने कहा कि गोंडी पैंटिंग को पुर्नजीवित करने के लिए योजनाबद्ध कार्य करना आवश्यक है। बैठक में जिले में गोंडी पेंटिंग का पुनरुद्धार करने हेतु कार्ययोजना बनाने पर चर्चा की गई। कलेक्टर हर्षिका सिंह ने निर्देशित किया कि कॉटन के कपड़ों पर गोंडी पेंटिंग का कार्य प्रारम्भ कराएं। गोंडी पेंटिंग के उत्पादों के स्टॉल लगवाएं।
            

उन्होंने उत्पाद विविधिकरण के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में विभिन्न विभागों जैसे हथकरघा, रेशम, आजीविका मिशन, नाबार्ड, एमजीएन फेलो तथा चित्रकला में रूचि रखने वाले विद्यार्थी सम्मलित हुए। कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि नये साल में जिले की गोंडी पेंटिंग ब्रांड के प्रमोशन के उद्देश्य से 18 दिसंबर से रजा फाउंडेशन भवन, रपटा घाट पर गोंडी पेंटिंग कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें जिले के विभिन्न कलाकार गोंडी कला से जुड़ने के उद्देश्य से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
                उत्पाद विविधिकरण के उद्देश्य से विभिन्न उत्पाद जैसे पोस्टकार्ड, ग्रीटिंग कार्ड, पॉट्स, फोन कवर, पेपर वेट, रूमाल आदि भी कलाकारों द्वारा बनाए जाएगें। कलेक्टर ने जिले के कलाकारों से इस मुहिम से जुड़ने कार्यशाला में सहभागिता का आग्रह किया है। बैठक में ब्रांडिंग, मार्केटिंग, मास्टर ट्रेनर के चिन्हांकन तथा गोंडी पेंटिंग क्लस्टर के निर्माण के संबंध में भी चर्चा की गई।

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