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आदिवासी विकासखंड में आदिवासी की जमीन पर कब्जा करने वाले गैर आदिवासी दे रहे जान से मारने की धमकी

आदिवासी विकासखंड में आदिवासी की जमीन पर कब्जा करने वाले गैर आदिवासी दे रहे जान से मारने की धमकी 

धनौरा पुलिस से लेकर अजाक पुलिस थाना में आदिवासी प्रताड़ित परिवार की नहीं हो रही सुनवाई 

सम्माननीय न्यायालय के आदेश के बाद भी आदिवासी की जमीन से नहीं छोड़ रहे कब्जा 

सिवनी। गोंडवाना समय। 

आदिवासी विकासखंड धनौरा के पुलिस थाना धनोरा के ग्राम कुडारी की पीड़ित आदिवासी महिला रामकुमारी इनवाती अपनी ही जमीन पर दबंग गैर आदिवासियों के द्वारा कब्जा किये जाने से अत्याधिक परेशान है जबकि इस संंबंध में सम्माननीय न्यायालय तहसीलदार धनौरा द्वारा आदेश पारित करते हुये आदिवासी परिवार के पक्ष में निर्णय सुनाते हुये जमीन पर से गैर आदिवासियों का कब्जा हटाने के लिये आदेश दिया है।
        


इसके बाद भी आदिवासी की जमीन पर कब्जा करने वाले गैर आदिवासियों की दबंगई कम होने का नाम नहीं ले रही है। यहां तक कि वे आदिवासी परिवार को शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूप से भी प्रताड़ित कर रहे है इस संबंध में पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं की जा रही है। 

अजाक थाना में भी नहीं होती कोई सुनवाई


वही आदिवासी पीड़ित महिला ने जब अपने परिवारजनों के साथ इस संबंध में धनौरा पुलिस थाना में प्रकरण दर्ज करने के लिये आग्रह किया तो वहां पर उनकी सुनवाई नहीं हुई इसके बाद जिला मुख्यालय सिवनी अनुसूचित जनजाति थाना में पहुंचकर भी गुहार लगाई गई लेकिन यहां पर भी उन्हें चलता कर दिया गया और उन्हें सलाह दे दी गई है आप अपने क्षेत्र के पुलिस थाना में ही संपर्क करें अब ऐसी स्थिति में अनुसूचित जनजाति वर्ग की प्रताड़ित परिवार क्या करें धनौरा पुलिस थाना जाने पर कार्यवाही नहीं कर रहे है जिला मुख्यालय आने पर उन्हें वापस धनौरा पुलिस थाना का रास्ता बता दिया जाता है। 

जान से मारने की धमकी देते हुए कहा गया कि जो भी करना है तो कर लो

पीड़ित आदिवासी महिला ने बताया कि हमारी जमीन में अन्य व्यक्ति के द्वारा कब्जा कर लिया गया है और उस जमीन पर मकान का कार्य शुरू कर दिया गया है। उक्त महिला के द्वारा यह भी बताया गया है कि जमीन की सभी रिकार्ड महिला के पास होने के बाद भी जो कि अवैध कब्जा किये व्यक्ति रामकिशोर बर्मन, उमेश बर्मन, नेमि बर्मन, चमरू बर्मन, उक्त व्यक्ति द्वारा जान से मारने की धमकी देते हुए कहा गया कि जो भी करना है तो कर लो।
            पीड़ित परिवार के सदस्यों ने बताया कि जब महिला और उसका परिवार अपनी रक्षा के लिए दिनांक 01 दिसंबर 2022 को जिला सिवनी अनुसूचित जनजाति थाना सिवनी में तो थाना प्रसासन द्वारा बोला गया कि आपके और आपके परिवार के लिए कोई कार्यवाही नही कर पाएंगे, आप क्षेत्र के थाने में चले जाओ।

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