डॉ भीमराव आंबेडकर जी के नाम पर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी का नामकरण करने क्यों तैयार नहीं है मध्यप्रदेश सरकार
सिवनी के कलेक्टरों व प्राचार्यों ने भी अभिमत देने में नहीं दिखाई गंभीरता
समता मंच, छात्र संघ सहित अजाक्स ने नामकरण के लिये लिखा है पत्र
सिवनी। गोंडवाना समय।
शासकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय सिवनी का नामकरण भारतीय संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर जी के नाम पर रखे जाने की मांग सहित छात्र संघ द्वारा वर्ष 2005-06 में प्रस्ताव पारित कर शासन की ओर पहुंचाया गया था जिसके बाद शासन व प्रशासन द्वारा भी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी का नाम डॉ भीमराव आंबेडकर जी के नाम पर किये जाने हेतु पत्राचार आदि कार्यवाही की गई थी लेकिन यह बड़े ही दु:ख की बात है कि इस संबंध में आज दिनांक तक स्वीकृति सरकार व शासन के द्वारा प्रदान नहीं की गई है।
यहां तक महाविद्यालय प्रांगण में डॉ भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा तक स्थापित नहीं की गई है। जिससे मध्यप्रदेश सरकार व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मानसिकता संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर जी के प्रति स्पष्ट होती है।
डॉ भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा तक स्थापित नहीं की गई
शासकीय स्नात्कोत्तर महाविद्यालय सिवनी में छात्र संघ के चुनाव में समता मंच के द्वारा अपना प्रतिनिधित्व प्राप्त करने के बाद ही संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा स्थापित किये जाने एवं डॉ भीमराव आंबेडकर जी के नामकरण को लेकर प्रस्ताव रखा गया था और इस प्रस्ताव को पारित भी किया गया था।
इस संबंध में 19 दिसंबर 2005 को प्रस्ताव पारित कर शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी छात्र संघ के द्वारा बाकायदा पत्र भी मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन, प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा विभाग, आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग, अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग, प्राचार्य, कलेक्टर, कुलपति सहित अन्य प्रमुख विभागों की ओर प्रेषित किया गया था। इस संबंध में कुछ विभागों के द्वारा पत्राचार भी किया गया लेकिन महाविद्यालय का नामकरण करने की कार्यवाही आज दिनांक तक नहीं की गई। यहां तक कि डॉ भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा तक स्थापित नहीं की गई।
महात्मा ज्योतिबा फुले और बिरसा मुण्डा के नाम पर की गई मांग भी नहीं हुई पूरी
इसके साथ साथ महाविद्यालयीन छात्रों के द्वारा 14 नवंबर 2005 को भी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी का नामकरण डॉ भीमराव आंबेडकर जी के नाम पर रखे जाने का पत्र सौंपा गया था। इसके साथ ही महाविद्यालय आॅडिटोरियम का नाम महात्मा ज्योतिबा फुले जी के नाम पर रखे जाने की मांग की गई थी। इसके साथ ही ग्रन्थालय का नाम क्रांतिसूर्य महामानव बिरसा मुण्डा जी के नाम पर रखे जाने की मांग की गई थी जो कि आज भी अधूरी है।
मां सरस्वती जी और स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा हुई स्थापित
समता मंच के द्वारा इस संबंध में वर्ष 2005 के बाद निरंतर मांग की जाती रही लेकिन मध्यप्रदेश सरकार, शासन प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई। वहीं 15 अप्रैल 2015 को भी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय का नामकरण संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर जी के नाम पर किये जाने हेतु एवं महाविद्यालय प्रांगण में डॉ भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा स्थापित किये जाने के संबंध में कलेक्टर व महाविद्यालय के प्राचार्य के नाम सौंपा गया था।
जिसमें उन्होंने उल्लेख किया था कि एनएसयूआई समर्थित छात्र संघ की मांग पर महाविद्यालय परिसर में मां सरस्वती जी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। इसी तरह एबीवीपी समर्थित छात्र संघ की मांग पर महाविद्यालय परिसर में स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा स्थापित की गई है। वहीं समता मंच समर्थित छात्र संघ ने वर्ष 2005-06 में महाविद्यालय सिवनी का नामकरण डॉ भीमराव आंबेडकर जी के नाम पर किये जाने एवं महाविद्यालय प्रांगण में डॉ भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा के नाम पर किये जाने की मांग की गई थी जिसे आज दिनांक तक पूरा नहीं किया गया है।
अभिमत व प्रतिवेदन सर्वोच्च प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने के निर्देश के बाद भी नहीं दिया
हम आपको बता दे कि समता मंच समर्थित छात्र संघ की मांग पर कार्यालय आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन सतपुड़ा भवन भोपाल द्वारा दिनांक 2 मार्च 2006 को संज्ञान लेते हुये कलेक्टर सिवनी, महाविद्यालय प्राचार्य, क्षेत्रिय अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा जबलपुर की ओर पत्र प्रेषित किया था। जिसमें यह उल्लेख था कि शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी का नामकरण डॉ आंबेडकर जी के नाम पर करने हेतु प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। इस संबंध में विभिन्न प्रावधानों के तहत मार्गदर्शित करते हुये जिला स्तरीय समिति का अभिमत तथा अपना प्रतिवेदन इस कार्यालय को सर्वोच्च प्राथमिकता पर उपलब्ध कराने के लिये कहा था लेकिन इस संबंध में कलेक्टर सिवनी और प्राचार्य महाविद्यालय के द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया। इसके बाद पुन: 14 दिसंबर 2011 को कार्यालय आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग भोपाल द्वारा महाविद्यालय के नामकरण व महाविद्यालय प्रांगण में डॉ भीमराव आंबेडकर जी की प्रतिमा स्थापित करने हेतु अभिमत मांगा था। इसके बाद भी संभवतय: इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया।
अजाक्स ने भी लिखा है पत्र
इस संबंध में अनेकों बार मांग किये जाने के बाद अजाक्स के द्वारा भी महाविद्यालय का नामकरण भातरीय संविधान निर्माता डॉ बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर जी की के नाम पर किये जाने हेतु 26 दिसंबर 2022 को कलेक्टर व प्राचार्य की ओर पत्र लिखा गया। जिसमें वर्ष 2005 से लेकर वर्ष 2022 तक की गई मांग के संबंध में अवगत कराया गया इसके साथ ही यह भी अवगत कराया गया कि इस दौरान शासकीय कन्या महाविद्यालय व लखनादौन महाविद्यालय के नामकरण हो चुके है लेकिन शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय सिवनी का नामकरण भारतीय संविधान निर्माता डॉ बाबा साहेब आंबेडकर जी के नाम पर नहीं किया गया है।