सीएमओ रिश्वत लेते रंगे हाथो पकड़ाई
बरघाट सीएमओ कामिनी लिल्हारे पर लोकायुक्त ने की कार्यवाही
सिवनी। गोंडवाना समय।
जिस तरह से सिवनी जिले में लोकायुक्त के छापे पड़ रहे है ओर भ्रष्टाचारी रंगेहाथों पकड़ा रहे है उससे शिवराज सरकार के सुशासन की छबी भी धूमिल हो रही है। वहीं सिवनी जिले में निरंतर लोकायुक्त के छापे से यह भी सामने आ रहा है कि विभागों में भ्रष्टाचार किस हद तक किया जा रहा है।
विशेषकर जिन विभागों से जनता का जुड़ाव है उन विभागों के अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार को बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभा रहे है। सिवनी जिले में लोकायुक्त के छापे भ्रष्टाचारियों का सच सामने ला रहे है जिसकी सूची बढ़ते जा रही है। अब लोकायुक्त के शिकंजे में मुख्य नगर पालिका अधिकारी बरघाट कामिनी लिल्हारे भी फंस गई है।
हर एक फाइल के लिए इनके द्वारा मांगा जाता पैसा
लोकायुक्त अधिकारी ने बताया कि फरियादी जय टेम्भ्रे वार्ड नम्बर 9 बरघाट के निवासी हैं। 5 भवन अनुज्ञा पेंडिंग थी। प्रत्येक अनुज्ञा की एनओसी देने के लिए 2 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई थी। इस प्रकार 5 अनुज्ञा के 10 हजार रुपए लेते लोकायुक्त ने रंगे-हाथों पकड़ा है। फरियादी जय टेम्भ्रे ने कहा भवन अनुज्ञा का काम पिछले 5 सालों से कर रहे हैं लेकिन जब से सीएमओ कामिनी लिल्हारे आई है, हर एक फाइल के लिए इनके द्वारा पैसा मांगा गया है। वहीं 2 हजार रुपए प्रति फाइल का मांगा था, तो 5 फाइल का मैंने इनको 10 हजार पेमेंट दिया हूं। लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है।
भवन अनुज्ञा के लिये मांगे थे 10 हजार रूपये
नगर परिषद बरघाट सीएमओ कामिनी लिल्हारे को लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। बरघाट निवासी जय टेंभरे ने लोकायुक्त जबलपुर को शिकायत किया था कि बरघाट नगर परिषद की मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा भवन अनुज्ञा पत्र के लिए प्रत्येक अनुज्ञा के हिसाब से दो हजार रूपये की मांग की गई थी जिस पर शुक्रवार 24 फरवरी 2023 को पांच अनुज्ञा के दस हजार रूपये जय टेमरे ने कामिनी लिल्हारे को दिए तो रंगेहाथ रिश्वत लेते हुये लोकायुक्त ने पकड लिया। लोकायुक्त टीम में डीएसपी श्री झडवडेÞ, पंकज तिवारी सहित अन्य लोग शामिल है।