अनु. जाति/जनजाति विरोधी होने व प्रताड़ित करने के कारण डॉ अमर सिंह उईके सहायक आयुक्त का तत्काल तबादला किया जावे
अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ अजाक्स व सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके का विवाद थमने का नहीं ले रहा नाम
सिवनी। गोंडवाना समय।
आदिवासी बाहुल्य जिला सिवनी के अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के कर्मचारियों को बेवजह डॉ अमर सिंह उईके सहायक आयुक्त जनजाति कार्य विभाग सिवनी
द्वारा परेशान प्रताड़ित किये जाने पर तत्काल हटाये जाने एवं अनुसूचित जाति, जनजाति अधिकारी एवं कर्मचारी संघ अजाक्स द्वारा ज्ञापन महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन, जनजाति कार्य मंत्री, सांसद व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, अजाक्स प्रदेश अध्यक्ष जे एन कंसोटिया, प्रमुख सचिव जनजाति कार्य विभाग भोपाल के नाम सिवनी जिला कलेक्टर के माध्यम से सौंपा गया है।
सहायक आयुक्त की प्रताड़ना से राज्यपाल से आत्महत्या करने की महिला कर्मचारी ने मांगी थी अनुमति
अजाक्स द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि जिला स्तर पर अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के 30 से 40 कर्मचारियों द्वारा अवगत कराया गया है कि जबसे सिवनी जिले में सहायक आयुक्त के पद पर डॉ अमर सिंह उइके पदस्थ हुए हैं तभी से सहायक आयुक्त के इशारे पर अनुसूचित जाति/जनजाति के कर्मचारियों को निलंबित एवं उनका शोषण किया जा रहा है जिसका प्रथम उदाहरण जिला अजाक्स संघ सिवनी की श्रीीमति सुषमा ठाकुर माध्य. शिक्षक विकासखंड लखनादौन का प्राप्त हुआ, उनके द्वारा बताया गया कि सहायक आयुक्त डॉ अमर सिंह उइके द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है तथा सहायक आयुक्त की कार्यवाही से उक्त महिला अत्यधिक परेशान हो गई और महामहिम राज्यपाल से आत्महत्या करने की अनुमति देने की मांग की गई।
सहायक आयुक्त के दलालों को खुश करने वालों के विरूद्ध नहीं होती कार्यवाही
इसी तरह सिवनी जिले में लगभग 25 से 30 अनु जाति/जनजाति वर्ग के कर्मचारियों को बिना कारण बताओ नोटिस दिये सुनवाई का मौका दिये बिना पीड़ित पक्ष का पक्ष जाने बिना निलंबन जैसी कार्यवाहियां की जा रही है तथा जो कर्मचारी सहायक आयुक्त के दलालों को खुश कर देते हैं उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं होती है। इस प्रकार का भ्रष्टाचार का गोरखधंधा जनजाति कार्य विभाग सिवनी के सहायक आयुक्त कार्यालय में चल रहा है।
प्रत्येक छात्र/छात्रा से 100/- रुपये की दर से की जा रही वसूली
इसी तरह शिष्यवृत्ति में प्रत्येक छात्र/छात्रा से 100/- रुपये की दर से वसूली की जा रही है जिसका आडियो वर्तमान में सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। डॉ. अमर सिंह उइके सहायक आयुक्त के पद पर सिवनी जिले में जबसे पदस्थ हुए हैं, चर्चा में आ गये है किंतु इसके पूर्व जिन-जिन जिलों में डॉ. अमर सिंह उइके पदस्थ रहे, उन-उन जिलों में 2 से 3 करोड़ की शिष्यवृत्ति संबंधी घोटाले हुए है। जिनकी जांचे चल रही है। इसी तरह अनु. जाति/ जनजाति वर्ग के विकास के लिये जो योजनाएं शासन द्वारा चलायी जा रही है, उन योजनाओं के विपरीत अर्थात योजनाओं को विफल करने के लिये डॉ. अमर सिंह उइके द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
निलंबित कर्मचारियों को तत्काल बहान किया जावे
जनजाति कार्य विभाग सिवनी के सहायक आयुक्त डॉ अमर सिंह उईके की कार्यप्रणाली के चलते सिवनी जिले के अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के कर्मचारियों अधिकारियों में ही नहीं अपितु अनु.जाति के समस्त जनमानस में रोष व्याप्त है तथा शासन की योजनाओं का सही कियान्वयन ना होने से अनु जाति/जनजाति के हजारों छात्र/ छात्राएं नौजवान शासन की योजनाओं से वंचित हो रहे हैं। अत: अजाक्स संघ सिवनी एवं संयुक्त कर्मचारी मोर्चा जिला सिवनी आप माननीय के समक्ष निम्न आशय का ज्ञापन प्रस्तुत करता है तथा मांग करता है कि कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग सिवनी में पदस्थ कर्मचारियों का निलंबन तत्काल वापस लिया जावे।
डॉ. अमर सिंह उइके को सिवनी जिला मुख्यालय से हटाकर अन्यत्र स्थानांतरित किया जाये
अजाक्स द्वारा ज्ञापन में मांग करते हुये कहा गया है कि डॉ. अमरसिंह उइके सहायक आयुक्त का अनु. जाति/जनजाति विरोधी होने के कारण प्रताड़ित करने के कारण तत्काल तबादला किया जावे। कर्मचारियों की समस्याओं और उनके निराकरण के लिये संगठन के पदाधिकारियों को निराकरण समिति में नामित सदस्य नियुक्त किया जावे। अनु. जाति/जनजाति वर्ग के छात्रावासों में प्रत्येक छात्रों से शिष्यवृति में 100/- रुपये की मांग करने की घटना की किसी सक्षम अधिकारी से जांच करायी जावे तथा इस जांच को निष्पक्ष तरीके से करने के लिये सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग डॉ. अमर सिंह उइके सिवनी जिला मुख्यालय से हटाकर अन्यत्र स्थानांतरित किया जाये।
संतोषी उइके पर झूठे और मनगढन्त आरोप लगाकर निलंबित करने की कार्यवाही निरस्त किया जाये
अजाक्स द्वारा सौंपे गये ज्ञापन में मांग की गई है कि दिनांक 26 जनवरी 2023 अंग्रेजी माध्यम बालिका छात्रावास डीईओ आॅफिस के पास गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारतीय संविधान के शिल्पकार डॉ. बाबा साहब आम्बेडकर की प्रतिमा का अनादर और अपमान करने वाली श्रीमति अनीता दुबे (शिक्षिका) पर राष्ट्रीय महत्व के महापुरुष का अपमान करने पर देशद्रोह का मामला दर्ज कर आपराधिक मामला दर्ज किया जावे तथा हॉस्टल की अधीक्षिका संतोषी उइके द्वारा इस मामले की शिकायत कर जांच कराये जाने के आवेदन पर संतोषी उइके पर झूठे और मनगढन्त आरोप लगाकर निलंबित करने की कार्यवाही को तत्काल निरस्त करते हुए बहाल किया जावे तथा संपूर्ण मामले की निष्पक्ष जांच करायी जाये। अत: जिला सिवनी में पदस्थ डॉ. अमर सिंह उइके के कियाकलापों एवं अनु. जाति / जनजाति के कर्मचारियों को प्रताड़ना से मुक्ति के लिये सहायक आयुक्त को तत्काल अन्यत्र स्थानांतरित कर न्याय दिलाया जावे।