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खबर का असर, अनिल नरबरे की तपस्या टूटी, सिवनी जिले से हुई छुट्टी

 खबर का असर, अनिल नरबरे की तपस्या टूटी, सिवनी जिले से हुई छुट्टी 

जिला विपरण संघ अधिकारी अनिल नरबरे सिवनी से हुआ स्थानांतरण 

किसानों, कर्मचारियों को अनिल नरबरे की मनमानी से मिली मुक्ति 

गोंडवाना समय ने प्रमुखता से उठाया था मुद्दा 


सिवनी। गोंडवाना समय। 

किसानों से जुड़े हुये विभाग में भ्रष्टाचार की गतिविधियों को खुलकर अंजाम देने वाला जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे की अर्थलिप्सा की तपस्या सिवनी जिले से अब भंग हो चुकी है यानि उनकी यहां से विदाई हो चुकी है उनका स्थानांतरण हो गया है।
          


 किसानों सहित विभाग के कर्मचारियों व महिला कर्मचारियों को प्रताड़ित करने वाले जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे की मनमानी से मुक्ति मिल चुकी है। हालांकि सिवनी जिले में रहकर अनिल नरबरे ने खूब भ्रष्टाचार की गतिविधियों को अंजाम लेने के लिये तपस्या की है लेकिन गोंडवाना समय के द्वारा उठाई गई आवाज के बाद जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे की तपस्या अब भंग हो चुकी है।
                

विभाग के कर्मचारी अनिल नरबरे की विदाई से खुश है। सूत्र बताते है कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाला जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे अभी भी अपना स्थानांतरण रूकवाने के लिये नेताओं और अफसरों की अवभगत व तपस्या करने में जुटा हुआ है।  

कर्मचारियों पर बनाता था दबाव, किसानों का करता था आर्थिक शोषण 


हम आपको बता दे कि मध्यप्रदेश सरकार के अंतर्गत किसानों से जुड़ा महत्वपूर्ण विभाग जिला विपरण संघ मर्यादित कार्यालय सिवनी में जिला विपरण अधिकारी अनिल नरवरे की मनमानी से विभाग के कर्मचारी बहुत त्रस्त थे तो सिवनी जिले के किसान कितने त्रस्त रहे होंगे।
                ऊपर तक पैसे पहुंचाना पड़ता है कहकर अधिनस्थ कर्मचारियों व खाद विक्रेताओं से वसूली करने वाला जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे की मनमानी से कर्मचारी वर्ग तो त्रस्त थे ही साथ में भ्रष्टाचार करने के लिये भी मजबूर करता था। 
                सिवनी जिले में किसानों को उपज के लिये खाद उपलब्ध कराने वाले विभाग में जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे अपने मातहत कर्मचारियों से रूपये पैसे की मांग करता था तो जाहिर सी बात है कि किसानों को भी लूटता रहा होगा। 

महिला कर्मचारियों को देर रात तक रूकवाता था और करता था अभद्रता से बात 


जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे की तानाशाही व मनमानी से अधिनस्थ कर्मचारी ही त्रस्त नहीं थे वरन विभाग में पदस्थ महिला कर्मचारी भी परेशान थी। जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे के द्वारा विभाग में अधिनस्थ महिला कर्मचारियों को देर रात तक आफिस में रूकने हेतु कहा जाता था यहां तक कि कई बार अनिल नरबरे के द्वारा महिला कर्मचारीयों से अभ्रदता के साथ बात की जाती थी। अवकाश के दिन भी महिला कर्मचारियों से विभागीय कार्य करवाकर महिला कर्मचारियों को अनावश्यक रूप से प्रताड़ित करता था। 

अनिल नरबरे पर स्थानांतरण की गिरी गाज


जिला विपणन अधिकारी सिवनी श्री अनिल कुमार नरवरे द्वारा अपने अधिनस्थ कर्मचारियों को मानसिक रूप से अत्याधिक प्रताड़ित किया जाता था। यहां तक कि रूपया पैसा की भी मांग किया जाता था। जिला विपणन अधिकारी अनिल कुमार नरवरे अपने अधिनस्थ कर्मचारियों को भ्रष्टाचार करने के लिये मजबूर कर रहा था।                     जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे अपने मातहत कर्मचारियों को कहता था कि मैं तुम्हारी सीआर बिगाड़ दूंगा, नौकरी खा जांऊगा, तुम्हारा ट्रांसफर करवा दूंगा इस तरह की धमकी विभागीय कर्मचारियों को देता था। हालांकि इस संबंध में प्रताड़ित कर्मचारियों के द्वारा सचिव म०प्र० राज्य सहकारी विपरण संघ मर्यादित मुख्यालय भोपाल सहित विभागीय उच्चाधिकारियों को भी शिकायत की गई है लेकिन उच्च स्तरीय सांठगांठ के कारण जिला विपरण अधिकारी अनिल कुमार नरवरे पर कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही थी।
          वहीं गोंडवाना समय समाचार पत्र द्वारा जिला विपरण अधिकारी सिवनी अनिल नरबरे के द्वारा विभागीय कर्मचारियों, महिला कर्मचारियों, किसानों के साथ किये जा रहे कृत्यों को उजागर करने का कार्य किया गया तो उसके बाद विभाग के उच्चाधिकारियों के द्वारा स्थानांतरण की कार्यवाही की गई है। 

अनिल नरबरे जनप्रतिनिधियों, नेताओं व उच्चाधिकारियों के आगे-पीछे स्थानांतरण रूकवाने कर रहा तपस्या 

मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपरण संघ मर्यादित सचिव श्री यतीश त्रिपाठी के द्वारा सिवनी जिले के जिला विपरण अधिकारी अनिल कुमार नरबरे उपप्रबंधक का स्थानांतरण मंडल कार्यालय जबलपुर कर दिया गया है। सूत्र बताते है कि अपना स्थानांतरण होने के बाद अनिल नरबरे सिवनी जिले में ही अपना स्थानांतरण पुन: करवाने व स्थानांतरण रूकवाने के लिये विभागीय उच्चाधिकारियों से सेंटिंग करने के साथ साथ सत्ताधारी दल के कुछ नेताओं के संपर्क में है।
             वहीं सभी जानते है कि किसानों का आर्थिक शोषण जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे के कार्यकाल में सबसे ज्यादा हुआ है। इसके साथ ही विभाग के कर्मचारी के साथ साथ महिला कर्मचारी भी प्रताड़ित रही है। इसके बावजूद भी सिवनी जिले में अपनी भ्रष्टाचार की गतिविधियों को अंजाम देने के लिये जिला विपरण अधिकारी अनिल नरबरे सत्ताधारी दल के जनप्रतिनिधियों व संगठन के नेताओं के सहारे सिवनी में अपनी जड़े जमाने के लिये तपस्या कर रहा है।
                अब देखना यह है कि मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपरण संघ मर्यादित सचिव श्री यतीश त्रिपाठी के द्वारा सिवनी जिले के जिला विपरण अधिकारी अनिल कुमार नरबरे उपप्रबंधक का स्थानांतरण मंडल कार्यालय जबलपुर करने के बाद स्थानांतरण रूक पाता है या नहीं यह भविष्य के गर्त में छिपा हुआ है। 


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