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जेबर गिरवरी रखवाने और बकरी बिकवाने वाले पटवारी सतीश जंघेला को निलंबित करने की मांग

जेबर गिरवरी रखवाने और बकरी बिकवाने वाले पटवारी सतीश जंघेला को निलंबित करने की मांग 

आदिवासी किसानों से सीमांकन व बँटवारा कराने हेतु 48 हजार रूपये लेने वाले पटवारी पर कार्यवाही की मांग 

राजस्व मंत्री, मुख्यमंत्री सहित कलेक्टर के नाम गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने लिखा पत्र 

सिवनी। गोंडवाना समय। 

आदिवासी किसानों को अपनी भूमि के सीमाकंन व बंटवारा कराने के लिये पटवारी सतीश जंघेला को 48 हजार रूपये देने के लिये अपने जेबर गिरवरी रखना पड़ा यहां तक कि उन्हें अपनी बकरी तक बेचना पड़ा।
            


मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव व राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा के प्रभार जिला सिवनी में राजस्व विभाग में पटवारी किस तरह से लूट खसोट कर रहे है यह बताने के लिये ग्राम छतरपुर, रा.नि.मं. भोमा का मामला पर्याप्त है।
            आदिवासी किसानों से सीमांकन व बंटवारा कराने के नाम पर 48 हजार रूपये लेने वाला पटवारी सतीश जंघेला को बचाने लिये एक सरपंच भी साथ दे रहे है। इसके साथ ही दलाली करने वाले कुछ लोग भी पटवारी को बचाने के लिये आदिवासी किसानों के चक्कर काट रहे है। 

निलंबित कर सिवनी जिले के बाहर स्थानांतरित किया जावे 


वहीं पटवारी पर कार्यवाही व 48 हजार रूपये वापसी के लिये आदिवासी किसानों द्वारा जनसुनवाई में आवेदन दिया गया था। इसके पश्चात अब पटवारी सतीश जंघेला के द्वारा आदिवासी किसानों के साथ अन्य किसानों का भी आर्थिक शोषण करने के मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने पटवारी को निलंबित कर सिवनी जिले से बाहर स्थानांतरित करने के लिये राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा, मुख्यमंत्री व कलेक्टर को पत्र लिखा है। 

समय पर नहीं हो रहे सीमांकन, तसहीलदार, आरआई, पटवारी लगवा रहे चक्कर 

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष गया प्रसाद कुमरे व गोंगपा के जिला महामंत्री देवी सिंह अरबे ने जानकारी देते हुये बताया कि जमीन का सीमाकंन व बंटवारा कराने के नाम पर पटवारी सतीश जंघेला को 48 हजार रूपये देने के लिये आदिवासी किसानों को अपने परिवार के महिलाओं के जेबर गिरवरी रखा पड़ा और उन्हें बकरी तक बेचना पड़ा।
                सिवनी जिले में राजस्व विभाग में लूटपाट मची हुई है, किसानों को आर्थिक शोषण किया जा रहा है। किसानों के द्वारा सीमांकन के आवेदन लगाने के बाद भी तहसीलदार से लेकर पटवारी, आर, आई उन्हें तहसील कार्यालयों के चक्कर लगवा रहे है। ऐसे कई प्रमाण गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पास मौजूर है। 

21 अप्रैल 2025 को 24 हजार और 3 मई 2025 को लिये 24 हजार रूपये

वहीं सिवनी मुख्यालय पहुंचे आदिवासी किसानों ने बताया कि उन्होंने जेबर गिरवी रखकर और बकरी बेचकर पटवारी सतीश जंघेला को 21 अप्रैल 2025 को सामुदायिक भवन छतरपुर में 24 हजार रुपए दिये थे। इस दौरान वहां पर पटवारी व ग्राम कोटवार संतोष डेहरिया उपस्थित थे दोनो ने 24 हजार रुपए लिये थे।
                इसके बाद 3 मई 2025 को मुंगवानी रोड पेट्रोल पंप पर पटवारी सतीश जंघेला के द्वारा भेजे गये दो व्यक्तियों जिनसे फोन पर बात करने के बाद दोपहर में 1 से 2 बजे के बीच में 24 हजार रुपए दिया है। इस संबंध में कॉल डिटेल निकालने पर सत्यता सामने आ सकती है। मजबूरी में आदिवासी किसानों ने पटवारी को 48 हजार रुपए दिया है। 

पटवारी व कोटवार को तत्काल निलंबित किया जावे 

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने मांग किया है कि आदिवासी किसानों से सीमाकंन व बंटवारा के नाम पर 48 हजार रूपये वाले पटवारी हल्का नंबर 56 ग्राम छतरपुर, रा.नि.मंडल भोमा, तहसील सिवनी के पटवारी सतीश जंघेला एवं संतोष डेहरिया पिता श्री बेनीराम डेहरिया कोटवार ग्राम छतरपुर, तहसील सिवनी, जिला-सिवनी, मध्यप्रदेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जावे। 

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